B-NCAP Command & Control Center: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा पुणे, चाकन स्थित केंद्रीय सड़क परिवहन संस्थान में BNCAP यानि भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम के कमांड और कंट्रोल सेंटर का उद्घाटन कल यानि 18 सितंबर को हो गया.

  


इस संसथान में भारत की भौगोलिक परिस्थितियों और तय नॉर्म्स के मुताबिक, कारों का क्रेश टेस्ट कर उन्हें सेफ्टी रेटिंग दी जाएगी. इस क्रैश टेस्ट में कारों को 0 से 5 स्टार तक की रेटिंग दी जाएगी, जिसमें 0 स्टार वाली कार असुरक्षित और 5 स्टार वाल कार पूरी तरफ सरक्षित मानी जाएगी. कारों के क्रेश टेस्ट  शुरुआत एक अक्टूबर से शुरू कर दी जाएगी. इसके लिए ऑटोमोबाइल कंपनियों तरफ से करीब 30 गाड़ियों को टेस्ट के लिए रजिस्टर कराया जा चुका है.


अभी तक ये संस्थान करते थे क्रैश टेस्ट 


भारत में बिकनी वाली गाड़ियों की क्रैश टेस्टिंग इससे पहले एजेंसी ग्लोबल एनकैप यानि GNCAP और लैटिन एनकैप LNCAP के द्वारा की जाती थी और सेफ्टी रेटिंग दी जाती थी, लेकीन ये रेटिंग भारतीय परिस्थितियों के मुताबिक, कई मायनों में फिट नहीं होती थी. जिसके चलते भारत ने अपने खुद के रेटिंग सिस्‍टम BNCAP की शुरुआत कर दी. 


देशी टेस्टिंग 75% रुपयों की बचत 


केंद्रीय मंत्री गडकरी के मुताबिक, 'B-NCAP के तहत देश में गाड़ियों की टेस्टिंग का खर्चा करीब 60 लाख रुपए होगा, जबकि ग्लोबल लेवल पर यह इसके लिए लगभग 2.5 करोड़ रुपए खर्च करने पड़ते थे. यानी की देशी एजेंसी से टेस्टिंग कराने पर ऑटोमोबाइल कंपनियों का 75% रुपए तक की बचत हो सकेगी. 


भारत एनकैप से फायदा 


इससे कार खरीदने वाले ग्राहकों को, बेहतर सेफ्टी वाली कार के लिए कई ऑप्शन मिलेंगे. साथ ही देश में कार मैन्युफैक्चरर सेफ कार बनाने के लिए आपस में कॉम्पिटिशन करेंगे. और उन्हें कार क्रैश टेस्ट के लिए अपनी कार देश के बाहर नहीं भेजनी पड़ेगी.


वेबसाइट पर मौजूद होगा क्रैश टेस्ट का रिजल्ट


BNCAP के लिए एक मॉनिटरिंग कमेटी बनाई गयी है, जोकि BNCAP की टेस्टिंग का एनालिसिस करेगी और मंजूरी मिलने पर BNCAP अपनी वेबसाइट पर कार की स्टार रेटिंग और टेस्ट रिजल्ट्स भी अपलोड कर देगी. जिसे ग्राहक देख सकेगें. 


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