Bike Mileage Tips: बहुत आसान है बाइक से अच्छा माइलेज लेना, लेकिन ये गलतियां करा देती हैं बड़ा नुकसान
Bike Care: बाइक मेनुअल और एक्सपर्ट्स के मुताबिक 50 से 60 के बीच की स्पीड को इंजन के लिए सही माना जाता है. अगर आप 50-60 की स्पीड को ध्यान में रखते हुए अपनी बाइक चलाएंगे, तो आपको अच्छा माइलेज मिलता है.
Bike Maintenance: दो पहिया वाहन हो या चार पहिया वाहन, पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से जेब ज्यादा ढीली होने लगी है और इसी वजह से लोग अपनी बाइक का माइलेज बढ़ाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे भी अपना लगे हैं. जिसका बाइक के इंजन पर बहुत ही गलत प्रभाव पड़ता है. इसलिए हम यहां बाइक की माइलेज बढ़ाने के लिए आपको आसान से टिप्स बताने जा रहे हैं, जिनसे न केवल आपकी बाइक का माइलेज बढ़ जाएगा. बल्कि बाइक के इंजन पर किसी तरह का गलत प्रभाव भी नहीं पड़ेगा.
स्पीड कम ज्यादा करने से बचें
अगर आप अपनी बाइक से अच्छा माइलेज लेना चाहते हैं, तो बाइक को एक समान स्पीड पर चलाने की कोशिश करें. हालांकि भीड़-भाड़ वाला इलाका आता है, तो एक समान स्पीड को रख पाना मुश्किल है. लेकिन आप ज्यादा से ज्यादा कोशिश करें की स्पीड नियंत्रित रहे. बार-बार कम ज्यादा ना की जाए. इससे इंजन पर दबाव कम पड़ेगा और पेट्रोल की खपत कम होगी. बाइक मैनुअल और एक्सपर्ट्स के मुताबिक 50 से 60 के बीच की स्पीड को इंजन के लिए सही माना जाता है. अगर आप 50 से 60 की स्पीड को ध्यान में रखते हुए अपनी बाइक चलाएंगे, तो आपको अच्छा माइलेज मिलता है. हालांकि स्पीड अलग-अलग दो पहिया वाहन के हिसाब से थोड़ी बहुत अलग भी हो सकती है. इसके लिए बाइक मैनुअल पढ़ लेना चाहिए.
ओवरलोडिंग से बचें
अपने दो पहिया वाहन पर ओवरलोडिंग करने से बचना चाहिए, यानी 2 लोग से ज्यादा नहीं बैठना चाहिए. कई बार बाइक पर भी लोग दो से ज्यादा लोगों को बिठाकर यात्रा करते हैं. जिसका सीधा असर बाइक की इंजन पर पड़ता है और आपको सही माइलेज नहीं मिल पाता. इसके अलावा यह यातायात नियमों के उल्लंघन में आता है. जिसकी वजह से आपको भारी जुर्माना भी भरना पड़ सकता है.
न करें ये गलतियां
कई बार लोग अपने दोपहिया वाहन से ज्यादा माइलेज देने के चक्कर में बाइक के कार्बोरेटर ट्यूनिंग करवा लेते हैं. जिससे इंजन को पर्याप्त मात्रा में पेट्रोल नहीं मिल पाता और इंजन अपनी पूरी क्षमता के साथ काम नहीं कर पाता. ऐसा करने से बचना चाहिए. क्योंकि कुछ समय बाद पर्याप्त पेट्रोल न मिलने के कारण इंजन में खराबी आने लगती है और फिर इसमें हजारों रुपए का खर्चा बढ़ जाता है.