Petrol vs Electric Bike: इलेक्ट्रिक या पेट्रोल? जानिए कौन सी बाइक खरीदना रहेगा आपके लिए बेस्ट
पेट्रोल से चलने वाली बाइक में देशभर में कहीं भी फ्यूल फिलिंग कराया जा सकता है. इलेक्ट्रिक बाइक की बैटरी को चार्जिंग की आवश्यकता होती है और यह राह चलते कर पाना संभव नहीं है.
Bike Comparison: पिछले कुछ सालों में इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार तेजी से बढ़ा है. इलेक्ट्रिक टू व्हीलर के सेगमेंट में कई नए मॉडल्स को बाजार में लॉन्च किया गया है. इलेक्ट्रिक स्कूटर्स के साथ ही कंपनियां अब इलेक्ट्रिक बाइक्स के नए मॉडल्स को भी लॉन्च कर रही हैं. इलेक्ट्रिक सेगमेंट के इन वाहनों की देश में खूब बिक्री भी हो रही है. काफी सारे लोगों के मन में यह सवाल आता है कि उन्हें एक पेट्रोल बाइक लेनी चाहिए या इलेक्ट्रिक बाइक. क्या एक इलेक्ट्रिक बाइक की लाइफ पेट्रोल बाइक जितनी हो सकती है या नहीं? तो इन सवालों का जवाब जानने के लिए यह पूरी खबर जरूरी पढ़नी चाहिए.
यहां हम आपको बता रहे हैं कि पेट्रोल और इलेक्ट्रिक बाइक में क्या बड़े अंतर हैं, जिसे जानने के बाद आपको यह तय करने में आसानी होगी कि कौन सी बाइक खरीदना आपके लिए सबसे बेस्ट ऑप्शन रहेगा.
कीमत
जब दोनों में से किसी एक बाइक को चुनना हो तो सबसे पहले कीमत की बात कर लेनी चाहिए क्योंकि इन दोनों तरह की बाइक्स की कीमतों में बड़ा फर्क होता है. एक इलेक्ट्रिक बाइक में पॉवर के लिए लिथियम आयन बैटरी पैक का इस्तेमाल किया जाता है, जिनकी कीमत काफी अधिक होती है. इस कारण ये बाइक्स थोड़ी ज्यादा ही महंगी होती हैं. वहीं बाजार में पेट्रोल बाइक्स की कीमतों की
बाइक्स का माइलेज और रेंज
पेट्रोल से चलने वाली बाइक में 1 लीटर फ्यूल में बाइक द्वारा चली गई दूरी को देखा जाता है, वहीं इलेक्ट्रिक बाइक में एक बार चार्ज करने पर चली गई कुल दूरी को रेंज कहा जाता है. इनकी चार्जिग के लिए फिलहाल देश में मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद नहीं है.
चार्जिंग पॉइंट है बड़ी परेशानी
पेट्रोल से चलने वाली बाइक में देश भर में कहीं भी फ्यूल फिलिंग कराया जा सकता है. लेकिन इलेक्ट्रिक बाइक की बैटरी को चार्जिंग की आवश्यकता होती है और यह राह चलते कर पाना संभव नहीं है. साथ ही इन्हें करने में काफी वक्त भी लगता है.
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