Drink And Drive Road Accident: शराब पीकर गाड़ी चलाने और गलत साइड ड्राइविंग के कारण भारत में 2020 में किसी भी अन्य की तुलना में अधिक सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार, महामारी के पहले साल में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में भारी गिरावट देखी गई. राज्यसभा को एक लिखित उत्तर में, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि 2020 के दौरान भारत में कुल 3,66,138 सड़क दुर्घटनाएं हुईं.


यह पिछले साल दर्ज किए गए 4,37,396 सड़क दुर्घटनाओं के मामलों से काफी कम है. गडकरी ने कहा कि रेड लाइट जंप करने वाले वाहनों के कारण 2,721 दुर्घटनाएं हुईं. वाहन चलाते समय मोबाइल फोन के इस्तेमाल से भी 6,753 दुर्घटनाएं हुईं. अन्य कारणों से कुल 62,738 दुर्घटनाएं हुईं.


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2019 में, ओवरस्पीडिंग के कारण सड़क दुर्घटनाओं में 67 प्रतिशत से अधिक लोगों की मौत हुई, जबकि साल 2020 में रोड एक्सीडेंट में जितनी मौतें हुई हैं उसकी 6 फीसदी मौत केवल सड़क पर गलत साइड गाड़ी चलाने से हुई हैं. मोबाइल फोन के उपयोग से होने वाली मौतों में 3.3 प्रतिशत हैं. शराब पीकर गाड़ी चलाने से मरने वालों में 3.5 फीसदी की हिस्सेदारी है.


2020 में शराब के नशे में वाहन चलाते पाए जाने वाले लोगों के लिए 56,204 चालान किए गए. 2021 में ऐसे मामलों की संख्या बहुत कम है जब इसी तरह के उल्लंघन के लिए केवल 48,144 चालान किए गए थे.


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जहां तक ​​ट्रैफिक उल्लंघन से जुर्माना वसूलने का सवाल है, उत्तर प्रदेश पिछले साल सबसे आगे रहा. राज्य ने जुर्माने के रूप में 447 करोड़ रुपये, हरियाणा ने 326  करोड़ रुपये, राजस्थान ने 267 करोड़ रुपये और बिहार ने 258 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया.


भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने 2020-21 में 27,744 करोड़ रुपये की टोल फीस इकट्ठा की. पिछले साल अप्रैल से दिसंबर तक का कलेक्शन 24,989 करोड़ रुपये रहा.


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