Electric Vehicle Industry On Battery Swapping Policy: इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग ने अंतर-संचालन मानकों के साथ बैटरी स्वैपिंग नीति का स्वागत किया है. बैटरी की अदला-बदली इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) को चार्ज करने के तरीकों में से एक है. डिसचार्ज बैटरी को चार्ज करने में समय बिताने के बजाय बैटरी की अदला-बदली ताज़ा चार्ज की गई बैटरियों के आदान-प्रदान को सक्षम बनाती है. इस तरह की नीति के लिए अंतर-संचालन मानकों की आवश्यकता होती है, जो OEMs और ईवी के निर्माताओं द्वारा उपयोग की जाने वाली बैटरी के मानकीकरण को दर्शाता है.
सोसाइटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (SMEV) ने इस कदम की सराहना की. SMEV के सोहिंदर गिल ने कहा, "यह ईवी बुनियादी ढांचे को विकसित करने और ईवी के उपयोग को बढ़ाने में मदद करेगा. यह डिलीवरी और कार एग्रीगेशन व्यवसायों को अपने बेड़े में इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल करने के लिए प्रेरित करेगा. यह कंपनियों के लिए बैटरी की अदला-बदली के कारोबार में उतरने के नए रास्ते सृजित करेगा."
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सबसे बड़े इलेक्ट्रिक दोपहिया निर्माताओं में से एक हीरो इलेक्ट्रिक के एमडी नवीन मुंजाल ने कहा कि बैटरी स्वैपिंग और बैटरी मानकीकरण प्रक्रिया शुरू होने से देश में ईवी और ऊर्जा क्षेत्र में विकास होगा और आगे के लिए विकास के रास्ते खुलेंगे. वहीं, इंडिग्रिड टेक्नोलॉजी के संबित चक्रवर्ती ने कहा, "नीतियों को यह सुनिश्चित करने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण अपनाना चाहिए कि स्वैपेबल पैक और स्वैप स्टेशनों का उचित और पर्याप्त आपूर्ति नेटवर्क हो ताकि कोई भी व्यक्ति 2-3 मिनट में 'स्वैप' कर सके."
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बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को बजट 2022 पेश किया, जिसमें उन्होंने एक बैटरी स्वैपिंग नीति लागू करने का ऐलान किया. बड़े पैमाने पर बैटरी स्टेशन स्थापित करने के लिए एक बैटरी स्वैपिंग पॉलिसी लाई जाएगी और इंटर ऑपरेबिलिटी मानक तैयार किए जाएंगे. उन्होंने कहा, निजी क्षेत्र को एक सेवा के रूप में बैटरी और ऊर्जा के लिए टिकाऊ और अभिनव मॉडल विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा जो ईवी इकोसिस्टम में दक्षता बढ़ाएगा.
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