Second-Hand Car: नई की जगह सेकंड-हैंड कार लेने में है फायदा, बचा पाएंगे लाखों रुपये
Buy Second-Hand Car: अगर आप नई कार खरीदने की सोच रहे हैं, तो थोड़ा रुक जाइए, क्योंकि नई कार खरीदने से बेहतर है कि आप एक सेकंड-हैंड कार खरीद लें. सेकंड-हैंड कार खरीदने के कई फायदे हैं.
Second-Hand Car Deal: आज के समय में कार का होना एक लग्जीरियस लाइफस्टाइल की जगह एक डिमांड बन गई है. लोगों के सफर को आसान बनाने में कार की भूमिका बढ़ती ही जा रही है. पहले के समय में किसी के पास कार का होना एक शौक और अमीरी की पहचान मानी जाती थी. लेकिन बदलते दौर में कार एक जरूरत की चीज बन गई है.
क्यों खरीदते हैं लोग सेकंड-हैंड कार?
आज भी कई लोग ऐसे हैं, जो नई गाड़ी की जगह पुरानी कार खरीदना चाहते हैं. इसके पीछे की वजह उनका जेब खर्च हो सकता है. वहीं कई लोग नई कार खरीदने से इसलिए भी कतराते हैं, क्योंकि जिन लोगों ने हाल ही में कार चलाना सीखा होता है, वे नहीं चाहते कि उनकी नई कार पर कार चलाते वक्त कोई स्क्रैच लग जाए, इसलिए वे पुरानी कार ही खरीदना पसंद करते हैं.
सेकंड-हैंड कार से फायदे
सेकंड-हैंड कार खरीदने के कई फायदे भी हैं. इससे आप अपने बजट के अनुसार ज्यादा फीचर्स वाली कार खरीद सकते हैं. साथ ही आप सेकंड-हैंड कार की डील के वक्त मोल-भाव भी अपने अनुसार कर सकते हैं. चलिए जानते हैं कि सेकंड-हैंड कार खरीदने से लोग किस तरह से लाभ उठा सकते हैं.
कम बजट में मिलेगी बेहतर कार
कार खरीदने से पहले लोग गाड़ी के लिए एक बजट तय करते हैं, चाहे उन्हें पुरानी कार खरीदनी हो या नई कार. लेकिन अगर आप अपने बजट में किसी गाड़ी के लो-एंड वेरिएंट को खरीद रहे हैं, तो आप उसी बजट में उस मॉडल के सेकंड-हैंड कार के ऑप्शन में टॉप-एंड वेरिएंट को भी खरीद सकते हैं. इससे आपको अपने बजट के अंदर या उससे भी कम दाम में एक ज्यादा फीचर लोडेड कार मिल सकती है.
बचेगा RTO का खर्च
जब कार नई कार खरीदने जाते हैं, तो उसके साथ में आपको कार की कीमत तो देनी ही पड़ती है, साथ ही नई गाड़ी पर लगने वाले कई टैक्स को भी भरना पड़ता है. रजिस्ट्रेशन टैक्स, रोड टैक्स और सेस जैसे कई टैक्स गाड़ी पर लगते हैं, जिनमें गाड़ी की कीमत से अलग करीब 50 हजार रुपये का खर्च और आ जाता है. वहीं सेकंड-हैंड खरीदते वक्त आप इन टैक्स से छुटकारा पा सकते हैं. यूज्ड कार खरीदने में केवल रजिस्ट्रेशन ट्रांसफर करवाने का ही खर्च आता है.
सेकंड-हैंड कार से होगी बेहतर प्रैक्टिस
अगर आपने हाल ही में कार चलाना सीखा है, तो आपके लिए सेकंड-हैंड कार खरीदना एक बेस्ट ऑप्शन साबित हो सकता है. नई कार पर ड्राइविंग प्रैक्टिस करने से गाड़ी के ठोकर लगने का खतरा बना रहता है, जिससे नई गाड़ी पर स्क्रैच लग सकते हैं. वहीं पुरानी कार में ये डर कुछ कम हो जाता है, क्योंकि ज्यादातर यूज्ड कारों में पहले से ही कुछ स्क्रैच लगे मिलते हैं.
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