Electric Vehicle: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के मुताबिक, भारत 2030 तक 1 करोड़ इलेक्ट्रिक गाड़ियों (ईवी) की सालाना बिक्री का लक्ष्य हासिल करने के लिए तैयार है. जिसके चलते ये सेक्टर लगभग 5 करोड़ नौकरियां पैदा करेगा. इसके अलावा उन्होने सरकार के वाहन पोर्टल के का हवाला देते हुए, मौजूदा समय में  भारत में 34.54 लाख ईवी के रजिस्ट्रेशन का भी जिक्र किया. 


टाइम्स ऑफ की खबर के मुताबिक, ग्लोबल ईवी बाजार की अगुआई करने की भारत की क्षमता पर जोर देते हुए, गडकरी ने देश को एक प्रमुख ईवी निर्माता के रूप में स्टैब्लिश करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त की. उन्होंने ग्रीन एनर्जी प्रोडक्शन और बड़े पैमाने पर इसके प्रयोग में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए सरकार के डेडिकेशन को भी रेखांकित किया.


इसके अलावा, गडकरी ने मौजूदा पॉल्यूशन फैलाने वाली गाड़ियों को हाइब्रिड और पूरी तरह से इलेक्ट्रिक गाड़ियों में रेट्रोफिटिंग के लिए सरकार की मंजूरी की भी घोषणा की. उन्होंने नियमों को अंतिम रूप देने और रेट्रोफिटिंग प्रौद्योगिकियों के सफल होने की पुष्टि की.


गाड़ियों के आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर 2023 में पूरे भारत में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बिक्री 1,52,610 यूनिट्स तक पहुंच गई. इसने नवंबर 2022 में बिके 1,21,598 यूनिट्स के मुकाबले साल-दर-साल 26% की शानदार वृद्धि दर्ज की. यह आंकड़ा मई 2023 में हासिल की गई 1,58,420 यूनिट्स की रिकॉर्ड मासिक बिक्री के भी करीब पहुंच गया. मई में हुई ईवी की बिक्री में बढ़ोतरी की वजह, 1 जून से शुरू होने जा रही टू व्हीलर सेगमेंट में FAME सब्सिडी की कटौती थी, जिसकी वजह से ग्राहकों ने ईवी खरीदने में जल्दी दिखाई. 


इसके अलावा, टू व्हीलर, थ्री व्हीलर, पैसेंजर व्हीकल और कमर्शियल गाड़ियों सहित इलेक्ट्रिक गाड़ियों की कुल बिक्री, 2023 से पहले 11 महीनों में ऐतिहासिक 13,87,114 यूनिट्स तक पहुंच गई. जोकि सालाना तौर पर इस सेगमेंट की मजबूत स्थिति की तरफ इशारा करती है. 2022 के इसी समय  की तुलना में 50% की सालाना बढ़ोतरी, जिसमें जनवरी से नवंबर तक 9,24,111 यूनिट की बिक्री दर्ज की गई.


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