Cadillac The Beast: फिलहाल दिल्ली में जी 20 शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है और यहां सड़कों पर घूम रही अमेरिकी राष्ट्रपति की कार लोगों के बीच सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बनी हुई है. यूनाइटेड स्टेट्स प्रेसिडेंशियल स्टेट कार, जैसा कि नाम से पता चलता है कि यह संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति की आधिकारिक स्टेट कार है. यूनाइटेड स्टेट्स प्रेसिडेंशियल स्टेट कार का मौजूदा मॉडल सितंबर 2018 में लॉन्च हुआ था और इसे जनरल मोटर्स के कैडिलैक ब्रांड ने बनाया था, जिसकी कीमत 15.8 मिलियन डॉलर या भारतीय मुद्रा में 131 करोड़ रुपये से अधिक थी. इसकी क्षमताओं के कारण इस कार का नाम "द बीस्ट" रखा गया है. तो आईए जानते हैं इस कार से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें.
डाइमेंशन और डिज़ाइन
जानकारी के अनुसार द बीस्ट का वजन 6,800 किलोग्राम से 9,100 किलोग्राम के बीच है और इसमें सात लोगों के बैठने की क्षमता है. इस सेडान की लंबाई लगभग 18 फीट या लगभग 5.5 मीटर है. इसे जीएमसी टॉपकिक प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है, जो मिड साइज ड्यूटी ट्रकों के लिए उपयोग किया जाता है. इसका डिज़ाइन बाज़ार में उपलब्ध किसी भी अन्य कैडिलैक सेडान से बिल्कुल अलग है और यह लास्ट जेनरेशन एस्केलेड एसयूवी का सेडान वर्जन है.
सेफ्टी फीचर्स
द बीस्ट को रासायनिक हमलों से बचने के लिए तैयार किया गया है और इसमें हमलावरों के खिलाफ रक्षात्मक उपकरणों के रूप में नाइट विजन इंस्ट्रूमेंट्स, स्मोक-स्क्रीन और ऑयल लेयर्स हैं. राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए डिज़ाइन किए गए इन सुरक्षा उपकरणों के अलावा, राज्य कार में आपातकालीन चिकित्सा के लिए राष्ट्रपति के ब्लड ग्रुप का स्टोरेज भी सुरक्षित रहता है. इसमें एल्यूमीनियम, सिरेमिक और स्टील से बने कवच हैं. इसके बाहरी दीवारों की मोटाई आठ इंच है, जबकि खिड़कियां मल्टी लेवल और पांच इंच मोटी हैं. इसके प्रत्येक दरवाजे का वजन बोइंग 757 के बराबर है. इसके डोर हैंडल अवांछित प्रवेश को रोकने के लिए इलेक्ट्रिक शॉक दे सकते हैं. कहा जाता है कि इसमें पंप-एक्शन शॉटगन, रॉकेट-मूविंग ग्रेनेड, आंसू-गैस ग्रेनेड सहित कई अन्य सुविधाएं मौजूद हैं. इसके अलावा, कार में ऐसे टायरों का उपयोग किया जाता है जो केवलर-री इनफोर्स्ड, स्टील रिम और पंचर प्रूफ होते हैं. द बीस्ट फटे टायरों पर भी चल सकती है.
केबिन और इंटीरियर
कहा जाता है कि राष्ट्रपति की सीट पर एक सैटेलाइट फोन होता है जिसकी सीधी लाइन उपराष्ट्रपति के साथ-साथ पेंटागन से भी होती है. बूट में फायर फाइटिंग सिस्टम, रासायनिक हमले की स्थिति में ट्रंक में एक ऑक्सीजन सिस्टम, आंसू गैस और फॉग-स्क्रीन डिस्पेंसर हैं. साथ ही इसमें अन्य कई सुरक्षा उपकरण भी हैं, जिनकी जानकारी को सुरक्षा उद्देश्यों से छिपाई गई है.
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