भारत में कार में ड्राइवर की सीट दाईं साइड होती है और कार चलाने के कुछ नियम होते हैं. कई बार आप ट्रेफिक नियमों का पालन तो कर लेते हैं, लेकिन कुछ ऐसी गलतियां कर देते हैं, जिससे कोई घटना घटित हो जाती है. इसलिए गाड़ी चलाते वक्त सिर्फ नियमों का ध्यान रखना ही काफी नहीं है, बल्कि गाड़ी खड़ी करने, उसे चलाने और पार्किंग में खड़ी करने की कुछ ट्रिक्स होती हैं, जो गाड़ी की उम्र को बढ़ाते हैं और दुर्घटना से बच पाते हैं. ऐसे ही गेट खोलने का भी एक तरीका होताहै, जो आपको किसी भी दुर्घटना से बचाता है. 


कहा जाता है कि जब भी आप गाड़ी खड़ी करते हैं तो आपको गाड़ी से बाहर आते वक्त सीधे हाथ बजाय बाएं हाथ से गाड़ी का गेट खोलना चाहिए. आप भी सोच रहे होंगे कि इसके पीछे क्या लॉजिक होता है और आखिर बाएं हाथ से गाड़ी का दरवाजा खोलने की सलाह के पीछे की क्या कहानी है...


क्यों दाएं हाथ से गेट खोलना हो सकता है खतरनाक?


ऐसा माना जाता है कि जब ड्राइवर दाएं हाथ से गेट खोलता है तो एक्सीडेंट का खतरा ज्यादा माना जाता है. दरअसल, होता क्या है कि जब आप दाएं हाथ से गेट खोलते हैं तो गेट पूरा खुल जाता है और स्पीड, झटके से खुल जाता है. इसके साथ ही जब दाएं साइड से गेट खोलते हैं तो पीछे से अच्छे से देख नहीं पाते हैं और एक्सीडेंट का खतरा ज्यादा रहता है. अक्सर जब गाड़ी रुकती है तो लोग बिना देखें गेट खोलते हैं और इससे गेट से पीछे आने वाली गाड़ी टकरा जाती है.


ऐसे में माना जाता है कि जब कोई दाईं हाथ से गेट खोलता है तो गेट स्पीड से पूरा खुल जाता है और ये ही एक्सीडेंट का कारण बनता है. ऐसे में सलाह दी जाती है कि हमेशा जिस साइड का गेट खोलना हो, उसके दूसरे साइड के हाथ से गेट खोलना होता है. उल्टे साइड के हाथ से जब गेट खोलते हैं तो आप आसानी से पीछे देख लेते हैं और उस वक्त पॉश्चर ऐसा हो जाता है कि आप आसानी से पीछे देख लेते हैं और यह दिख जाता है कि पीछे से कोई गाड़ी तो नहीं आ रही है. इससे कार का गेट खोलने पर होने वाले एक्सीडेंट से बचा जा सकता है.


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