Car Tyre Life: हर चीज के लाइफ की एक निश्चित समय सीमा होती है और गाड़ी का टायर भी उनमें से ही एक है. जिसको एक निश्चित दूरी तक चलाने के बाद बदलवाने की जरूरत पड़ती है. समय के साथ साथ टायर घिसते रहते हैं और एक समय बाद उनके कभी भी पंचर या फटने की संभावना बनी रहती है. इसलिए गाड़ी के टायर को समय पर बदलवाना आपकी सुरक्षा के लिहाज से बहुत जरूरी होता है. इसलिए आज हम आपको टायर के बारे में कुछ ऐसी बातें बताने वाले हैं, जिससे आप समझ पाएंगे कि इन्हें कितने समय बाद बदलवाना सही रहता है और इसे चेंज कराते समय आपको क्या सावधानी बरतनी चाहिए.  


कितनी होती है टायर की लाइफ


आमतौर पर एक कार का टायर सामान्य इस्तेमाल में 30 से 40 हजार किलोमीटर तक चलने में सक्षम होता है. साथ ही उसके रखरखाव, क्वॉलिटी और इस्तेमाल किए तरीकों का भी इसके लाइफ पर प्रभाव पड़ता है. महंगी गाड़ियों में कम्पनियां प्रीमियम टायर्स का इस्तेमाल करती हैं, जिनकी लाइफ बहुत ज्यादा होती है. 


पुराने टायर के साथ हाइवे पर न जाएं 


अगर आपने अपनी गाड़ी को 30,000 किलोमीटर से ज्यादा चला लिया है और उसमें वहीं पुराने टायर्स लगे हुए हैं तो आपको गाड़ी को लेकर हाईवे पर नहीं निकलना चाहिए. टायर चलाने के साथ धीरे धीरे घिसते रहते हैं और इतना अधिक चलने के बाद उनकी स्थिती कमजोर हो जाना तय है, जिससे इनके कभी भी फटने या पंचर होने का खतरा बना रहता है. जिससे दुर्घटना भी हो सकती है. 


टायर बदलवाते समय ध्यान रखें ये बातें


ध्यान रखें कि जब भी आप अपनी गाड़ी के टायर को बदलवा रहे हों तो सभी को एक साथ चेंज करवाएं, साथ ही पुराने निकले सभी टायर्स में से सबसे अच्छे कंडीशन में बचे टायर को स्पेयर के तौर पर अपने साथ रख सकते हैं. ध्यान रहे टायर में हमेशा नाइट्रोजन का ही इस्तेमाल करना चाहिए, यह टायर के कंडीशन को अच्छी तरह मेंटेन रखता है. नाइट्रोजन को आप किसी भी पेट्रोल पंप से फ्री में अपनी गाड़ी के टायरों में भरवा सकते हैं.


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