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टेक्नोलॉजी का भविष्य है Artificial Intelligence, जानिए ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए कितना है जरूरी, क्या हैं इसके फायदे और नुकसान

AI मानव जीवन के वर्तमान और भविष्य के लिए बेहद फायदेमंद और आवश्यक हो चुका है. इसका इस्तेमाल मानव कल्याण के लिए, उद्योग, चिकित्सा के साथ ही ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं.

Artificial Intelligence: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में आपने कहीं न कहीं जरूर सुना होगा. आजकल हमारे दैनिक जीवन में भी इसका बहुत ज्यादा उपयोग देखने को मिलता है. इसका सबसे नजदीकी उदाहरण हमारा स्मार्टफोन है. हम सभी स्मार्टफोन में गूगल मैप, गूगल असिस्टेंट के रूप में भी AI का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके साथ ही स्मार्ट कारों, सड़क सुरक्षा व्यवस्था को संभालने के लिए कई शहरों में आर्टिफिशल इंटेलीजेंस का सहारा लिया जा रहा है. इसके पीछे जो तकनीक है वह गेम चेंजिंग है.ऑटोमोटिव इंडस्ट्री उन उद्योगों में से एक है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भरपूर फायदा उठा रहा है. अब जो नई कारें आ रही हैं मार्केट में जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का यूज किया जा रहा है जिससे की वह ज्यादा सुरक्षित और बेहतर है.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मनुष्य की निर्णय लेने की क्षमता को दोहराने यहां तक की उससे भी आगे निकल जाने के लिए डेटा (Data) और मशीन लर्निंग एल्गोरिदम (Machine Learning Algorithms) का यूज करती है. आर्टिफिशल इंटेलीजेंस से ही उत्पादों के लिए मूल्य जोड़ते हैं, संचालन में तेजी लाते हैं, एफिशिएंसी बढ़ाते हैं. जिससे लाइफ चेंजिंग बेनिफिट्स मिलते हैं. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इम्पैक्ट विभिन्न उत्पादन, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के साथ-साथ टेक्नोलॉजी और अन्य क्षेत्र में भी देखने को मिलता है.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे 

अगर फायदे के बारे में बात करें तो यह यूजर के अनुभव को बेहतर बनाने, तेजी से इनोवेशन साइकिल को सक्षम करने और मैन्युफैक्चरिंग और मेंटेनेंस में पूरे वर्कफ़्लो को बढ़ाने में मदद करता है. एआई-पावर्ड सलूशन बड़ी मात्रा में वाहन डाटा कलेक्ट और प्रोसेस कर सकते हैं. इसके अलावा AI डेटा सुरक्षा और गोपनीयता को भी बढ़ाने में हेल्पफुल है. आने वाले समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मनुष्य के भविष्य को पूरी तरह से बदल कर रख देगा. ऑटोनोमस ड्राइविंग (सेल्फ ड्राइविंग) के मामले में, एआई वाहन के आसपास की वस्तुओं की वास्तविक समय की पहचान की अनुमति देता है, जो मेंटेनेंस और फ्लीट मैनेजमेंट को बढ़ाने में मदद करता है. इसके अलावा, एआई ऑटोमोटिव सलूशन आवाज की समझ को बढ़ाते हैं, बेहतर नेविगेशन सिस्टम, कमांड को सक्षम करते हैं और नियमित प्रक्रियाओं को अनुकूलित करते हैं.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नुकसान

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जहां ढेर सारे फायदों को अपने साथ समेटे हुए है वहीं इसके कुछ घातक नुकसान भी हैं. इसके सबसे बड़े नुकसान के तौर पर इसकी गोपनीयता और उससे पैदा होने वाले जोखिमों को लेकर अक्सर सवाल उठते रहते हैं. साथ ही यह मानव की कार्यकुशलता की क्षमता को भी लगातार काम कर रहा है. इन सबके बीच एआई बड़े पैमाने पर बेरोजगारी को बढ़ा कर लोगों के जीवन स्तर को भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से नुकसान पहुंचा रहा है, क्योंकि अधिकतर उद्योगों में इंसानों का स्थान एआई तकनीक वाले रोबोट ने ले लिया है.

ऑटोमोबाइल उद्योग में AI का भविष्य 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की प्रगति ने कार, टैक्सी, ट्रक, बस, बाइक और सेल्फ-ड्राइविंग वाहनों के निर्माण और विकास के माध्यम से ऑटोमोटिव उद्योग के विकास में योगदान दिया है. एक बार आटोमेटिक पायलट तकनीक पूरी तरह से विकसित हो जाने के बाद, यातायात के अधिक दबाव और मानवीय गलतियों, रैश ड्राइविंग और अन्य कारणों से होने वाली दुर्घटनाएं काफी हद तक कम हो जाएंगी.

उड़ने वाली कारें अब कल्पना या फिल्मों तक ही सीमित नहीं हैं. AI के साथ, ऑटोनॉमस या सेल्फ-ड्राइविंग, कार और ऑटोनॉमस फ्लाइंग कार भविष्य का सपना नहीं रह गया है. बोइंग और टेराफुगिया जैसी कंपनियां पहले ही पूरी तरह से स्वतंत्र रूप उड़ने वाली कारों का विकास कर चुकी हैं. एआई के विकास के साथ, हम मोटर वाहन और विमानन उद्योगों में कई परिवर्तन देख सकते हैं. हालांकि ऑटोनॉमस उड़ने वाली कारें अभी बाजार में उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन सेल्फ ड्राइविंग कारें अब व्यावसायिक बिक्री के लिए तैयार हैं. जो हाईवे, शहरी सड़कों और ग्रामीण सड़कों पर चलने में सक्षम हैं. एआई के कारण ही यह सभी फिल्मों में दिखने वाली चीजें अब वास्तविकता बनने के लिए तैयार हैं.

निष्कर्ष

कुल मिलाकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मानव जीवन के वर्तमान और भविष्य के लिए बेहद फायदेमंद और आवश्यक हो चुका है. इसका इस्तेमाल मानव कल्याण के लिए, उद्योग, चिकित्सा के साथ ही ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं. हालांकि इसके कुछ नुकसान जरूर है, लेकिन ये इसके फायदों की तुलना में बेहद कम हैं और भविष्य में  संभव है कि AI के नुकसानों का समाधान भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से निकाला जा सके.

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