Autometic Cars: अब लोग टेक्नोलॉजी का बखूबी इस्तेमाल कर रहे हैं, तभी तो ऑटोमैटिक कारों की बिक्री लगातार बढ़ रही है. इससे पता चलता है कि लोगों का भरोसा ऑटोमैटिक कारों की तरफ बढ़ रहा है. इन एडवांस्ड कारों के अगर कुछ फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी. इनकी जानकारी हम आपको देने जा रहे हैं ताकि कार लेने से पहले आप अपनी जरूरत के हिसाब से ही कार का चुनाव करें.
कीमत ज्यादा
एडवांस्ड और लेटेस्ट टेक्नोलॉजी होने की वजह से ऑटोमैटिक कारों की कीमत ज्यादा होती है. इसलिए ऑटोमैटिक कारों को लेने वालों की संख्या मैन्युअल के मुकाबले कम है. फिर भी इन कारों की बिक्री धीरे-धीरे बढ़ रही है, क्योंकि इन कारों में सबसे आधुनिक टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाता है. इसमें प्रयोग किये जाने वाले उपकरण भी बढ़ जाते हैं.
रिस्पॉन्स देने में देरी
ऑटोमैटिक कार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर काम करती है. इसकी वजह से किसी भी फंक्शन का रिस्पॉन्स मिलने में मैन्युअल की तुलना में देरी होती है. अगर आप पहाड़ी इलाकों में सफर कर रहे हैं तो ये रिस्पॉन्स में देरी किसी बड़े नुकसान का कारण बन सकती है. पहाड़ों में आपको क्विक रिस्पॉन्स की जरुरत होती है. टेक्नोलॉजी में लगातार हो रहे सुधार से ये संभव है कि जल्द ही इसकी टाइमिंग काफी बेहतर हो सकती है.
माइलेज कम
ऑटोमैटिक मोड पर चलने वाली कारें, मैन्युअल की अपेक्षा थोड़ा कम माइलेज देतीं हैं, क्योंकि ये AI पर काम करतीं हैं जो कि मैन्युअल की तुलना में थोड़ा स्लो काम करता है. अब धीरे-धीरे इसमें सुधार हो रहा है. पहले ये और भी ज्यादा था.
महंगा रख-रखाव
ऑटोमैटिक कारों का मेंटिनेंस मैन्युअल कारों की तुलना में थोड़ा महंगा पड़ता है क्योंकि ऑटोमैटिक होने कि कारण इसमें उपकरणों की संख्या थोड़ी सी बढ़ जाती है. इस कार की सर्विसिंग करवाने के लिए आपको मैन्यूअल की तुलना में कुछ ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे. बेशक ये अंतर काफी कम हो.
यह भी पढ़ें:-
Car Driving Learning Tips: इन टिप्स को फॉलो कर चुटकियों में सीखें कार ड्राइविंग
Car Number plates: कार की नंबर प्लेट का रंग अलग-अलग क्यों होता है, जानें वजह
Car loan Information:
Calculate Car Loan EMI