अगर कारों में ट्रांसमिशन की बात करें तो मोटे तौर पर दो तरह के ट्रांसमिशन कारों में मिलते हैं, एक ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन और दूसरा मैनुअल ट्रांसमिशन. मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कारें, ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन वाली कारों के मुकाबले सस्ती होती हैं लेकिन ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन वाली कारें ड्राइवर को ज्यादा आराम देती हैं. ऐसे में जब भी कोई व्यक्ति कार खरीदने जाता है तो बहुत हद तक यह संभावना होती है कि वह ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन और मैनुअल ट्रांसमिशन कार को लेकर कंफ्यूज हो जाए कि आखिर दोनों में से कौन सी कार खरीदें. इसीलिए, अगर आप शहर में इस्तेमाल करने के लिए कार खरीदना चाह रहे हैं तो आज हम आपको इसी से संबंधित कुछ बातें बताएंगे, जिनके आधार पर आप आसानी से ऑटोमेटिक और मैनुअल कार के बीच चुनाव कर सकते हैं.


शहर का ट्रैफिक
अगर आप किसी ऐसे शहर में रहते हैं जहां ट्रैफिक बहुत ज्यादा है तो आपके लिए ऑटोमेटिक कार बेहतर विकल्प साबित हो सकती है क्योंकि ऑटोमेटिक कार में बार-बार गियर बदलने की झंझट नहीं होती. इसमें बार-बार आपको क्लच प्रेस करना नहीं पड़ता.


आराम
अगर आप चाहते हैं कि आपको ड्राइविंग के दौरान ज्यादा मेहनत ना करनी पड़े तो आपके लिए ऑटोमेटिक कार बेहतर है. जैसा कि हमने ऊपर बताया कि ऑटोमेटिक कार में आपको गियर बदलने के लिए बार-बार क्लच दबाने की जरूरत नहीं पड़ती, इसीलिए आपके पैर को आराम मिलता रहता है.


कीमत
हालांकि, अगर कीमत की बात की जाए और आप कम कीमत में कार खरीदना चाहते हैं तो ऑटोमेटिक कार के मुकाबले आपको मैनुअल कार लेनी चाहिए. क्योंकि, मैनुअल कारों की कीमत ऑटोमेटिक कारों के मुकाबले कम होती है. यह आपके बजट में फिट हो सकती हैं.


चलाने का खर्च
यहां आपको कार चलाने के खर्च को भी ध्यान में रखना होगा. माना जाता है कि ऑटोमेटिक कारों के मुकाबले मैनुअल करें बेहतर माइलेज देती हैं. हालांकि, बाजार में कुछ कारें ऐसी भी हैं, जिनका माइलेज ऑटोमेटिक और मैनुअल, दोनों ट्रांसमिशन के साथ करीब-करीब बराबर ही रहता है.


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