पानी से भरी सड़कों पर भी नहीं खराब होगा कार का इंजन, मानसून में अपनाएं ये खास टिप्स
इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ख़ास टिप्स बताएंगे जिनकी सहायता से न सिर्फ ड्राइव करने में आसानी होगी बल्कि अपनी गाड़ी के इंजन को भी सुरक्षित रख पाएंगे.
Car Care Tips For Mansoon : भीषण गर्मी के बीच मानसून ने दस्तक दे दी है. इस दौरान सड़कों पर पानी भरा रहना आम बात है. वहीं अगर आपको इसी दौरान ड्राइव करने के लिये कहा जाए तो सायद आप न ही कहेंगे क्योंकि पानी भरी सड़कों पर गाड़ी चलाना एक मुश्किल काम है, इसके साथ ही गाड़ी के पार्ट्स और इंजन के खराब होने की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं. तो चलिए हम आपको कुछ टिप्स बताएंगे जिनकी सहायता से न सिर्फ ड्राइव करने में आसानी होगी बल्कि अपनी गाड़ी के इंजन को भी सुरक्षित रख पाएंगे.
जल जमाव वाली सड़कों पर जाने से बचें
इनसे निबटने के लिए आप सबसे पहला कदम यह उठा सकते हैं कि जिन सड़कों पर ज्यादा पानी भरा हो वहां अपनी कार ले जाने से बचें. अधिकांश कारें ऐसी होती हैं जिन्हें आधा फुट से अधिक पानी में चलाने के लिए नहीं बनाया जाता है यदि आप भी ऐसी जगह पर अपनी गाड़ी को लेकर जाते हैं तो इंजन और केबिन में पानी घुस सकता है जिससे काफी समस्या का सामना करना पड़ सकता है. यहां पर आपको बता दें कि कुछ एसयूवी का ग्राउन्ड क्लीयरेंस बाकी की तुलना में थोड़ा ज्यादा होता है. ऐसे में आप चेक कर सकते हैं कि आपकी गाड़ी ऐसी जगहों पर चलने की स्थिति में है या नही.
ठहरे नहीं, बढ़ते रहें
अगर आपके पास भी इन जल भराव वाली सड़कों पर चलने के अलावां कोई विकल्प नही है तो इस बात का ध्यान रखें कि आपको रुकना नहीं है बल्कि आगे बढ़ते रहना है. वहीं अगर पानी ज्यादा है तो ऐसी स्थिति में कार बहने भी लग सकती है जिससे कार से आपका कंट्रोल समाप्त हो जाएगा. यहां पर ध्यान देने वाली बात यह है कि अचानक गाड़ी की स्पीड न बढ़ाये और न ही तेजी से ब्रेक लगाएं, आपको एक गति के सात चलते रहना है.पानी के बीच से गुजरने से इंजन पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है इसलिए पहले गियर का उपयोग करना सही रहेगा.
बार-बार स्टार्ट न करें इंजन
सड़कों पर ज्यादा पानी होने की वजह से इंजन और कनेक्टिंग रॉड्स पर बहुत अधिक दबाव पड़ता है. वहीं अगर ऐसी सिचुएशन में अगर बार-बार गाड़ी को स्टार्ट करने की कोशिश की जाती है तो दबाव की मात्रा दोगुनी हो जाती है. जिससे कनेक्टिंग रॉड्स टूट सकते हैं और अगर पानी एग्जॉस्ट से होता हुआ इंजन तक पहुंच जाता है, जो कि इंजन में खराबी का कारण बन सकता है.
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