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शहर में चलाने के लिए मैनुअल कार खरीदें या ऑटोमैटिक? ऐसे करें चुनाव

अगर कार के ट्रांसमिशन की बात की जाए तो काफी लोग ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन और मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कारों के बीच चुनाव करने को लेकर कंफ्यूज रहते हैं.

अगर कार के ट्रांसमिशन की बात की जाए तो काफी लोग ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन और मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कारों के बीच चुनाव करने को लेकर कंफ्यूज रहते हैं. ऐसे में आज हम आपको कुछ वह बातें बताने वाले हैं, जिन्हें आपको ट्रांसमिशन के लिहाज से कार चुनने के वक्त ध्यान में रखना चाहिए. चलिए आपको बताते हैं कि अगर आप शहर में इस्तेमाल करने के उद्देश्य से कार खरीद रहे हैं तो आपको ऑटोमेटिक कार लेनी चाहिए या मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कार लेनी चाहिए. दरअसल, यह फैसला करने के लिए आपको तीन बातों पर गौर करना होगा. पहली- आपके शहर में ट्रैफिक कितना है, दूसरी- आप अपने आराम को कितनी वरीयता देते हैं और तीसरी- आप का बजट कितना है. चलिए, इनके बारे में विस्तार से बात करते हैं.

शहर का ट्रैफिक
मान लीजिए आप दिल्ली जैसे किसी भीड़भाड़ वाले शहर में रहते हैं और आपको कार खरीदनी है. ऐसे में स्वाभाविक तौर पर अगर आप मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कार खरीदेंगे तो आपको गियर शिफ्ट करने में ज्यादा परेशानी होगी और आप थकान महसूस करेंगे. इसमें आपको बार-बार क्लेच का इस्तेमाल करना पड़ेगा. वहीं अगर आप ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन वाली कार खरीदते हैं तो आप भीड़भाड़ वाली जगहों पर भी आसानी से ड्राइव कर पाएंगे. इसमें गियर शिफ्ट करने का झंझट नहीं होता है.

आराम
इसके बाद दूसरे नंबर पर आता है कि आप अपने आराम को कितनी वरीयता देते हैं. मान लीजिए अगर आप भीड़भाड़ वाले शहर में नहीं रहते हैं, किसी कम डेंसिटी वाले शहर में ही रहते हैं, जहां ट्रैफिक कम है लेकिन आप अपने आराम को ज्यादा वरीयता देते हैं, तब आप ऑटोमैटिक कार खरीद सकते हैं क्योंकि इसमें आराम ही आराम है.

कीमत
सबसे बड़ी बात आती है कि आपका बजट कितना है. मैनुअल कारों के मुकाबले ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कारें महंगी होती हैं. अगर आप ज्यादा पैसा खर्च करने के लिए तैयार हैं तो आप ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कार खरीद सकते हैं लेकिन अगर आपका बजट कम है तो आप मैनुअल कार ही खरीदें.

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