Tesla In India: भारत सरकार ने मंगलवार को दिग्गज इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के व्यावसायिक तौर-तरीकों पर सवाल उठाया. इसमें भारतीय बाजार में अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए टैक्स ब्रेक की मांग की गई थी. काफी दिनों से टेस्ला भारत में अपनी कारें लाना चाह रही है, लेकिन कंपनी भारत सरकार से टैक्स रियायत चाहती है. सरकार का कहना है कि टेस्ला भारत में ही गाड़ियों का निर्माण करे, जिससे भारत में भी नौकरियां पैदा हो सकें, लेकिन टेस्ला और सरकार के तालमेल सही नहीं बैठ पा रहे हैं, जिसके कारण टेस्ला भारत में इतने समय से एंट्री नहीं कर पा रही है.


राज्यमंत्री ने टेस्ला को दिया जवाब
लोकसभा में शिवसेना सदस्य विनायक भाऊराव राउत के एक प्रश्न के उत्तर में भारी उद्योग राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने कहा कि हम उस टेस्ला कंपनी को सब्सिडी या करों में छूट नहीं दे सकते, क्योंकि वे यहां अपना विनिर्माण और अन्य संचालन आधार स्थापित नहीं करना चाहते. भाऊराव राउत ने पूछा था कि टेस्ला कंपनी ने भारत के कई राज्यों में उत्पादन करने को लेकर इच्छा व्यक्त की है लेकिन क्या उसे अनुमति नहीं दी गयी है? इसके जवाब में गुर्जर ने कहा, "मोदी सरकार में ऐसा नहीं हो सकता कि कोई बाजार भारत का चाहे और रोजगार चीन के लोगों को मिले। ऐसे में उक्त कंपनी को भारत की योजनाओं के तहत यहां उत्पादन करने के लिए आवेदन करना होगा।"


'चीन नहीं भारतीय लोगों को मिले नौकरी'
उन्होंने कहा कि टेस्ला ने हमारी किसी भी योजना में भाग नहीं लिया है और इससे उनके इरादे साफ हो गए हैं कि टेस्ला केवल हमारे बाजार का फायदा उठाकर मुनाफा कमाना चाहती है, लेकिन यहां मैनुफैक्चर यूनिट स्थापित नहीं करना चाहती है. अगर वे चीन में अपनी इलेक्ट्रिक कारों का निर्माण करते हैं, तो हजारों नौकरियों का सृजन वहां होगा, यहां भारतीय युवाओं के लिए कुछ नहीं होगा.


यह भी पढ़ें- Electric Car: 8 सीट वाली ये इलेक्ट्रिक कार एक बार चार्ज होने पर चलेगी 1000 किलोमीटर, जानिए कितनी है कीमत
यह भी पढ़ें- Citroen C3 vs Tata Punch: माइक्रो एसयूवी की जंग, जानिए किसमें क्या हैं फीचर और कौनसी है बड़ी


Car loan Information:

Calculate Car Loan EMI