(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
क्रैश टेस्ट में Kia Carens निकली फिसड्डी कार, सिर्फ 3 स्टार सुरक्षा रेटिंग के साथ करना पड़ा संतोष
Global NCAP क्रैश टेस्ट से हर कार को होकर गुजरना पड़ता है, जब यह टेस्ट Kia Carens पर किया गया तो यह कार परीक्षण मानक पे खरी नहीं उतरी और इसी कारण से कस्टमर्स में थोड़ी निराशा भी देखने को मिल रही है.
Kia Carens Crash Test 2022: भारत में Kia Carens को लॉन्च हुए अभी ज्यादा वक्त नहीं गुजरा है. वहीं, इस कार में कम्पनी को बड़िया रिस्पॉन्स भी देखने को मिल रहा है. यह कार लोगों को पसंद भी आ रही है, लेकिन इन सब के बीच ग्राहकों को एक निराशाजनक खबर सुनने को मिल रही है. असल में बात यह है कि कार को Global (NCAP) क्रैश टेस्ट से गुजारा जाता है, जिससे वाहन की मजबूती और वाहन में बैठे हुए ड्राइवर और पैसेंजर की सेफ्टी चेक की जा सके. इस गहन टेस्ट में वाहन की मजबूती और सेफ्टी के बारे में सटीक जानकारी प्राप्त होती है. जब यह टेस्ट Kia Carens पर किया गया तो यह कार परीक्षण मानक पे खरी नहीं उतरी और इसी कारण से कस्टमर्स में थोड़ी निराशा भी देखने को मिल रही है.
Kia Carens को Global (NCAP) क्रैश टेस्ट में 3-स्टार रेटिंग से संतोष करना पड़ा है. वहीं, इस कार ने चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन के लिए 30.99 पॉइंट्स और एडल्ट ऑक्यूपेंट सेफ्टी के लिए 9.30 पॉइंट्स प्राप्त किए हैं. क्रैश टेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, ड्राइवर और पैसेंजर के सिर और गर्दन को अच्छी सुरक्षा प्रदान कराने के मामले में यह कार किफायती है. पैसेंजर की छाती को दी जाने वाली सुरक्षा बेहतर जबकि ड्राइवर की छाती को प्रदान की गई प्रोटेक्शन कुछ ख़ास देखने को नहीं मिली है.
छोटे बच्चे के लिए सुरक्षित नहीं ये कार
कार में बॉडीशेल और फुटवेल एरियाज अनस्टेबल दिखने को मिलते है और वहीं वे आगे के भार को वहन करने में सक्षम नहीं पाए गए थे. इस कार में ड्राइवर और पैसेंजर के घुटने की सुरक्षा कुछ ख़ास देखने को नहीं मिलती है. वहीं, चालक और यात्री की टिबिया को कार ने बेहतर सुरक्षा दी है.
सिर की सुरक्षा के मामले में यह कार ज्यादा सुरक्षित देखने को नहीं मिली, क्योंकि यह कार 3 साल के छोटे बच्चे के लिए, बच्चे की सीट इम्पैक्ट की टेस्टिंग के दौरान सिर की तेज गति को रोकने में असमर्थ पाई गई थी. छाती को बेहतर सुरक्षा प्रदान करने के मामले में यह कार सफल रही है. यह कार 1.5 साल बच्चे की सीट इम्पैक्ट के दौरान सिर के खतरे को रोकने में समर्थ दिखी थी, जिससे छाती और सिर को किफायती सुरक्षा मिलती थी. आपको बता दें कि यह टेस्टिंग कार आईएसओफिक्स, साइड हेड एयरबैग, सीट बेल्ट रिमाइंडर, एबीएस, फ्रंट सीटबेल्ट प्री-टेंशनर, डुअल फ्रंट एयरबैग और साइड बॉडी एयरबैग से लैस थी.