(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Top Exporting Car: भारत में बनीं इस कार ने पूरी दुनिया में बजाया अपना डंका, जानें कौन-सी है ये कार
Kia Cars: किआ इंडिया ने 150,395 यूनिट्स कारों को एक्सपोर्ट कर इंटरनेशनल मार्केट में टॉप एक्सपोर्टिंग कंपनियों के बीच जगह बना ली है.
Top Exporting Car: साल 2019 में भारतीय कार बाजार में आधिकारिक तौर पर अपनी पहली कार लॉन्च करने वाली Kia Motors आज ऑटोमोबाइल मार्केट में अपनी खास जगह बना चुकी है. अपनी कारों के आकर्षक लुक, जबरदस्त फीचर्स और बेहतरीन माइलेज की वजह से किआ मोटर्स लोगों को काफी पसंद आ रही है
किआ इंडिया ने जानकारी देते हुए बताया कि उसके आंध्र प्रदेश में स्थित अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी वाले अनंतपुर संयंत्र से कंपनी ने 1.5 लाख यूनिट्स को निर्यात करने में सफलता प्राप्त की है. साउथ कोरियन कार निर्माता कंपनी Kia ने सितंबर 2019 में ही भारतीय कार बाजार में अपने सफर की शुरुआत की थी, लेकिन बहुत कम समय में ही किआ को भारतीय बाजार में प्रतिष्ठित जगह मिल गयी औेर तब से ही कंपनी विदेशों में अपनी कारों को एक्सपोर्ट भी कर रही है. कंपनी द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक कंपनी सेल्टोस, सोनेट और कैरेंस जैसे मॉडलों को 95 देशों में निर्यात कर रही है.
बेस्ट यूटिलिटी व्हीकल:
साथ ही कंपनी ने कहा की उसकी यह उपलब्धि 'मेक इन इंडिया' के तहत काम करने का ही रिजल्ट है. और इस बात को साबित करता है की भारत विश्वस्तरीय उत्पाद बनाने और उन्हें पूरी दुनिया में ले जाने में सक्षम है. हालाँकि इस निर्यात में किआ सेल्टोस 72 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ पहले नंबर पर है, वहीं दूसरे नंबर पर किआ सोनेट और तीसरे नंबर पर हाल ही में लॉन्च हुई कैरेंस ने अपनी जगह बनायीं है. अगर 2022 की बिक्री की बात करें तो किया इंडिया द्वारा इन आठ महीनों में 54,153 यूनिट्स का एक्सपोर्ट करने साथ ही किआ इस साल भी सबसे ज्यादा एक्सपोर्ट होने वाली यूटीलिटी व्हीकल (UV) बन चुकी है. किआ इंडिया 2021 में भी सबसे बड़ी यूवी निर्यातक थी.
मायुंग-सिक सोहन ( किआ इंडियाके चीफ सेल्स ऑफिसर ) के अनुसार- भारत किआ के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रणनीतिक रूप से एक प्रमुख बाजार है. साथ ही इसमें एक मजबूत बिक्री, उत्पादन और रिसर्च एंड डेवेलपमेंट हब बनने की कैपेसिटी भी है साथ ही हमें इस बात की बेहद ख़ुशी है कि हमारे MADE IN INDIA यूटीलिटी व्हीकल्स ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी जबरदस्त प्रतिक्रिया हासिल की है इससे यह साबित होता है भारत में विनिर्माण कौशल की कोई कमी नहीं है साथ ही हम भी पूरी दुनियां को बेहतर उत्पाद देने में सक्षम हैं.
ये भी पढ़ें -