The Worlds First Car: ये है दुनिया की पहली पेटेंट कार, ऐसे शुरू हुआ था कार का सफर
दुनिया की पहली कार का डिज़ाइन कुछ-कुछ तीन पहिये वाले आज के रिक्शेनुमा जैसा था. जिसमें पीछे की साइड में इंजन को फिट किया गया था और बैठने की सीट के ठीक आगे ही दाएं-बांये मुड़ने के लिए हेंडल का प्रयोग.

आज हम एक से एक एडवांस्ड कारों के बीच में हैं. जिनमें एक से बढ़कर एक टेक्नोलॉजी है. आज की एडवांस्ड कारों में आपको इतना पावरफुल इंजन कि पलक झपकते ही कार हवा से बातें करने लगे, के साथ-साथ ऑडियो-वीडियो विकल्प के साथ शानदार म्यूजिक सिस्टम, शानदार नज़ारे देखने के लिए सनरूफ, 360 डिग्री कैमरे, यहां तक कि आपकी कार में मौजूद टेक्नोलॉजी कार के पहियों में हवा कम है या ज्यादा ये तक बता देती है. लेकिन क्या आपको पता है कारों का ये सफर कब और कैसे शुरू हुआ. आइये हम आपको बताते है इस सफर की शुरुआत के बारे में.
पहली कार का आविष्कार:
कारों के अविष्कार की शुरुआत तो काफी पहले हो चुकी थी लेकिन किसी कार को पेटेंट कराने के लिए आवेदन पहली बार 29 जनवरी 1886 में कार्ल बेंज द्वारा अपनी गैस इंजन से चलने वाली गाड़ी के लिए दिया गया था. इसका पेटेंट नंबर 37435 था. इस सर्टिफ़िकेट को ऑटोमोबाइल का जन्म प्रमाण-पत्र कहा जाता है. और इस तरह 1986 में लोगों को दुनिया की पहली तीन पहिये की चलने-फिरने वाली मशीन देखने को मिली, जिसका पेटेंट मॉडल नंबर 1 था. इस कार को पेटेंट मोटरवैगन नाम दिया गया था. हालांकि इस तीन पहिये वाली गाड़ी को 1985 में बना लिया गया था लेकिन इसके सारे परीक्षण पूरे होने के बाद 1986 में पेटेंट के लिए अप्लाई किया गया था.
दुनिया की पहली कार का डिज़ाइन कुछ-कुछ तीन पहिये वाले आज के रिक्शेनुमा जैसा था. जिसमें पीछे की साइड में इंजन को फिट किया गया था और बैठने की सीट के ठीक आगे ही दाएं-बांये मुड़ने के लिए हेंडल का प्रयोग किया गया था.
पहली कार का इंजन:
दो सीट और तीन पहिये वाली इस कार में 075 hp ( यानि 0.55 kW ) की पावर का 954 cc हाई-स्पीड, सिंगल-सिलेंडर, फोर-स्ट्रोक इंजन का प्रयोग किया गया था. जिसे कार के पिछले हिस्से में लगाया गया था. लेकिन 1893 में इसके अगले अपडेटेड वर्जन में 3 bhp की पावर और 1,745 cc वाले इंजन के साथ चार पहिये भी मौजूद थेय इस कार को विक्टोरिया नाम दिया गया था.
Mercedes Benz Group:
दुनिया को पहली कार देने वाली ये कंपनी आज दुनिया की टॉप कारों की कंपनी में शामिल है जिसे मर्सेडीज बेंज ग्रुप के नाम से जाना जाता है. आज इस कंपनी की कारों की गिनती दुनिया की सबसे लक्ज़री कारों में की जाती हैं. जिनमें एडवांस्ड टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाता है. भारत में इन कारों की कीमत लगभग 42 लाख से शुरू होकर 2.71 करोड़ रूपये तक है.
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