Car Insurance Policy: कार की इंश्योरेंस पॉलिसी लेते वक्त इन बातों का रखें ध्यान, नहीं तो उठाना पड़ सकता है भारी नुकसान
Insurance Policy: अपनी कार के लिए कॉम्प्रिहेंसिव या थर्ड पार्टी कोई भी पॉलिसी लेते वक्त दिशा निर्देशों को ठीक से पड़ लें ताकि बाद में जरुरत पड़ने पर आपको नुकसान की स्थिति में न जाना पड़े
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Insurance Tips: आजकल बिजी होने के कारण बहुत कम ही लोग अपने कार की पॉलिसी करवाते वक्त इस बात पर ध्यान देते हैं कि उनकी पॉलिसी में क्या कवर किया गया है और क्या नहीं. क्योंकि आजकल इंश्योरेंस ख़त्म होने वाला होता है और इंश्योरेंस रिन्यु करने के लिए तमाम कंपनियों के कॉल्स आने शुरू हो जाते हैं और लोग जल्दबाजी में फ़ोन पर ही बिना कुछ भी डिस्कस पॉलिसी ले लेते हैं. इस चीज का सबसे बड़ा नुक्सान तब होता है जब कोई किसी दुर्घट्ना का शिकार हो जाता है और उसे वो सब चीजें नहीं मिल पातीं जो उसे मिलनी चाहिए थीं. अब इंश्योरेंस सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों की भरमार है और पॉलिसी भी कई तरीके की होतीं है. इसलिए बेहतर है कि नई पॉलिसी लेने या पुरानी पॉलिसी को रिन्यु करवाने से पहले आपको ये बातें ध्यान में रखनी चाहिए.
कार इंश्योरेंस के प्रकार-
फर्स्ट पार्टी या कंप्रेहेन्सिव इंश्योरेंसः कार इंश्योरेंस की बात करें तो फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस सबसे अच्छा होता है क्योंकि इस इंश्योरेंस पॉलिसी में एक्सीडेंट होने पर इलाज का खर्च, कार को ठीक कराने का खर्च और अगर दुर्घटना किसी और वाहन के साथ हुई है तो उसका जो भी नुकसान हुआ है उसका पूरा खर्च भी फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस में कवर हो जाता है. इसीलिए इस पॉलिसी को जीरो डेप, फर्स्ट पार्टी या कंप्रेहेन्सिव पॉलिसी कहा जाता है. इस पालिसी में कार चोरी होने पर भी आप क्लेम कर सकते हैं साथ ही अगर थोड़ी महंगी पॉलिसी लेते हैं तो इसमें आप एक से ज्यादा बार भी क्लेम लेने के हक़दार होते हैं.
थर्ड पार्टी इंश्योरेंसः
इस इंश्योरेंस में कंपनी तीसरे यानि अगर किसी अन्य के साथ आपकी दुर्घटना होती है तो उसके नुकसान की भरपाई करेगी. इसमें आपके नुकसान की कुछ प्रतिशत ही भरपाई होगी अगर आपकी पॉलिसी में ऐसा कोई प्रावधान होगा तो. इसलिए ये पालिसी फर्स्ट पार्टी पॉलिसी से लगभग आधी कीमत में मिल जाती है.
ऐसे चुने इश्योरेंस पॉलिसी-
- पुरानी पॉलिसी रिन्यु कराने पर प्रीमियम में कमी और आपके कवर में बढ़ोत्तरी होती है. इस बात की पूरी जानकारी कर लें.
- पॉलिसी बाजार में काफी कॉम्पिटिशन है. कई बार कोई दूसरी कंपनी पुरानी वाली कंपनी से भी कम प्रीमियम में उससे भी ज्यादा कवर दे देती है.
- किसी एजेंट के बिना भी आप भी ऑनलाइन प्रीमियम चेक कर सकते हैं.
- प्रीमियम कराते वक्त अपनी कार की वैल्यू ज्यादा लगवाने की कोशिश करें ताकि कार बेचते समय आपको कार की सही कीमत मिले.
- आप चाहें तो एक साथ एक साल से ज्यादा का प्रीमियम ले सकते हैं. ऐसा करने पर आपको डिस्काउंट भी मिल जायेगा.
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