Road Safety Tips: सड़क पर चलते हुए अकसर आपको कई ऐसे वाहन नजर आ जाते होंगे जिनके साइड मिरर (ORVM) खुले नहीं होते या फिर ठीक तरह से नहीं सेट नहीं किये होते. कई बार ये भी देखने को मिलता है कि साइड मिरर होते ही नहीं हैं या एक साइड ही होता हैं. ये स्थिति किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती हैं.  हम आपको बताने जा रहे हैं कि आपको अपनी कार के साइड मिरर को किस तरीके से सेट करना ताकि आपके बेहतर और दूर तक रियर व्यू मिल सके.


कार में रियर व्यू मिरर्स


लगभग सभी कारों में कंपल्सरी तौर पर तीन रियर व्यू मिरर्स होते हैं. एक वाहन के दायीं ओर एक वाहन के बायीं ओर और एक आपके वाहन के अंदर अगले हिस्से में ठीक बीचों-बीच. साइड मिरर से आप कार के दोनों साइड के एरिये को अच्छी तरीके से देख सकते हैं लेकिन आपके वाहन के ठीक पीछे का जो हिस्सा इन दोनों मिरर से कवर नहीं हो पाता. उसे आप कार के अंदर वाले शीशे में देख सकते हैं.


मैनुअली और ऑटोमैटिक


वर्तमान समय में आ रही एक से एक एडवांस कारों में अब आपको अलग-अलग वेरिएंट के अनुसार ऑटोमैटिक साइड मिरर्स भी उपलब्ध मिलते हैं लेकिन भारतीय कार बाजार में बजट कार की बिक्री ज्यादा होने के कारण आपको मेनुअल साइड मिरर ज्यादा देखने को मिलते होंगे.


रियर व्यू मिरर कैसे करें सेट


रियर व्यू मिरर को सेट करने का सही तरीका ये है कि पहले आप ड्राइविंग सीट पर अपनी उस पोजीशन में बैठ जायें, जिस तरह बैठकर आपको कार ड्राइव करनी है. उसके बाद उसी हिसाब से साइड मिरर और कार के अंदर लगा शीशा ऐसे सेट करें कि कार का हिस्सा कम और बाहर का हिस्सा ज्यादा से ज्यादा दिखाई दे.


इसके नुक्सान


अगर आपके कार के मिरर अपनी जगह पर सही से सेट नहीं होंगे तो भीड़भाड़ वाली जगह पर जगह का अंदाजा लगाना मुश्किल होगा. साथ ही हाइवे जैसी जगहों पर जहां वाहन तेज रफ़्तार से चलते हैं, आपको लेन बदलते समय पीछे से आ रहे किसी वाहन के साथ टकराने कि आशंका बनी रहती है. दुर्घटना का सबसे ज्यादा खतरा बारिश और कोहरे जैसे मौसम में रहता है.


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