Maruti Suzuki Brezza : हाल ही किये गए अपडेट में मारुति सुजुकी ने अपनी ब्रेजा के मैनुअल पेट्रोल वर्जन से माइल्ड हाइब्रिड फीचर को हटा दिया. अब ये केवल ऑटोमेटिक ब्रेज़ा बन गयी है और अब सीएनजी वेरिएंट भी नहीं रही. वहीं इसका माइल्ड हाइब्रिड सिस्टम प्रीमियम ग्रैंड की तरह ही है, उसकी बिक्री भी कंपनी माइल्ड हाइब्रिड के रूप में करती है.


नई ब्रेज़ा में 6-स्पीड आटोमेटिक टॉर्क कनवर्टर के साथ 1.5l पेट्रोल इंजन दिया गया है. मैनुअल से माइल्ड हाइब्रिड हटाने के बाद कौन सी कार ज्यादा बेटर रह जाती है? खैर, ब्रेज़ा ऑटोमैटिक फिलहाल 20 किमी/लीटर के माइलेज के साथ कॉम्पैक्ट एसयूवी में सबसे ज्यादा इफिशिएंट वेरिएंट है. पहले माइल्ड हाइब्रिड मैनुअल गियरबॉक्स का माइलेज सबसे ज्यादा 20.15 किमी/लीटर था, लेकिन अब मैनुअल का माइलेज आटोमेटिक के मुकाबले कम हो गया. मैनुअल ब्रेज़ा अभी भी ज्यादा कीमत के अंतर के साथ आटोमेटिक की तुलना में काफी सस्ती है. लेकिन माइल्ड हाइब्रिड टेक्नोलॉजी के हटने से इसके माइलेज पर फर्क पड़ा है. हमने अभी तक नई मैनुअल ब्रेज़ा नहीं को चलाया है.


ड्राइविंग एक्सपीरिएंस की बात करें तो, आटोमेटिक टॉर्क कन्वर्टर स्मूद, सुविधाजनक और इफिशिएंट है. जबकि इसमें मदद करने के लिए पैडल शिफ्टर्स भी हैं. मैनुअल 5-स्पीड के साथ शानदार है, जिसे चलाने में भी मजा आता है. ऑटोमैटिक ब्रेजा कॉम्पैक्ट एसयूवी में मौजूद पहले वाली ब्रेजा की तुलना में काफी बेहतर है. खासकर पहले वाली ब्रेजा एएमटी इसलिए, अगर आपका बजट है तो ऑटोमैटिक ब्रेजा अपनी सुविधा के साथ अभी भी सबसे अच्छा ऑप्शन है, लेकिन मैनुअल ब्रेजा अभी भी काफी कीमत के अंतर के साथ बेहतर कीमत देता है, जिसे हल्के क्लच के साथ ड्राइव करना भी सरल है.


अपने राइवल की तरह डीजल इंजन न देने के बाद भी, मौजूदा ब्रेज़ा ज्यादा बेहतर ऑप्शन है. जोकि केवल 1.5l पेट्रोल इंजन के साथ उपलब्ध है.


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