Maruti Suzuki: मारुति 800cc के इंजन को करेगी बाय-बाय, इस इंजन ने 40 साल दिया कंपनी का साथ
इस इंजन के बंद होने का पहला कारण 2023 में लागू होने वाला RDE (रियल ड्राइविंग एमिशन) मानक है. जिसके अनुसार पुराने इंजन को अपग्रेड करना जरूरी होगा.
भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी के लिए एक बहुत भावुक कर देने वाला समय आने वाला है जिस कार से इस कंपनी ने 1983 में शुरुआत की थी वो अब बंद होने वाली है दरअसल मारुति 800 में जिस इंजन का प्रयोग होता है उस इंजन को अगले वित्त वर्ष शुरू होने से पहले उत्सर्जन मानकों के चलते अब और आगे तक जारी नहीं किया जायेगा
इस इंजन से शुरू हुआ मारुति का सफर: एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मारुति के इस 800cc इंजन (F8D) को अगले वित्त (2023) वर्ष के बाद आगे किसी भी वाहन में प्रयोग नहीं किया जाएगा शुरुआती समय में जब कंपनी द्वारा इस इंजन को शुरू किया गया था तब यह इंजन 38 BHP की अधिकतम पावर और 59 Nm का पीक-टॉर्क जेनरेट देता था फिर साल 2000 में कंपनी ने इंजन में बदलाव करते हुए इसकी परफॉर्मेंस में और सुधार किया तब इस इंजन को F8D इंजन नाम दिया गया बदलाव के बाद यह इंजन 47 BHP की मैक्सिमम पावर और 69 Nm का पीक-टॉर्क जेनरेट देने लगा.
नए उत्सर्जन मानकों को ध्यान में रखते हुए मारुति सुजुकी ने अपनी हाल ही में लॉन्च नई Alto के नेक्स्ट जेनरेशन मॉडल में 1.0 लीटर की क्षमता के K सीरीज़ इंजन का प्रयोग किया है कंपनी ने Alto के नेक्स्ट जेनरेशन को 800 वेरिएंट में न बना कर पुराने मॉडल की बिक्री को जारी रखा जाहिर है कंपनी ने ऐसा करते वक्त उत्सर्जन मानकों और अगले वित्त वर्ष से लागू होने जा रहे नियमों को भी ध्यान में रखा होगा.
इंजन बंद होने का कारण:
इस इंजन के बंद होने का पहला कारण 2023 में लागू होने वाला RDE (रियल ड्राइविंग एमिशन) मानक है जिसके अनुसार पुराने इंजन को अपग्रेड करना जरूरी होगा. पहले से मौजूद BS6 स्टेज और CAFI II उत्सर्जन मानक के बाद अब आरडीई सभी कार बनाने वालीं कंपनियों के लिए अगला बड़ा चैलेंज होगा साथ ही F8D के अलावा भविष्य में सरकारें उत्सर्जन मानकों को ध्यान में रखते हुए कई और इंजनों को बंद करने पर विचार कर सकती है जिसमें ख़ासतौर पर छोटे औेर कॉम्पैक्ट कारों में प्रयोग किये जाने वाले डीजल इंजन हो सकते हैं लेकिन अभी इस बारे में आधिकारिक तौर पर अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है.
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