Car Waiting: जानिए क्यों 7 लाख से अधिक लोगों को नहीं मिल पा रही नई कार, बुकिंग के बाद भी हो रहा इंतजार
Semiconductor Chip: सियाम के आंकड़ों के अनुसार, देश में हर महीने 45,000 ग्राहक अपनी बुकिंग कैंसिल करवा रहे हैं.
Car Production: अगर आप महीनों पहले अपनी नई कार की बुकिंग (Car Bookig) करा चुके हैं लेकिन अभी तक भी कार की डिलीवरी का इंतजार कर रहे हैं तो यकीन मानिए कि कार की डिलीवरी का इंतजार करने वाले देश में आप अकेले व्यक्ति नहीं है, आपकी तरह ही 7 लाख से ज्यादा लोग मौजूदा वक्त में अपनी नई कार की डिलीवरी का इंतजार कर रहे हैं. इतनी बड़ी संख्या में लोगों को डिलीवरी (Car Delivery) न मिलने के पीछे सबसे बड़ा कारण कारों का प्रोडक्शन कम होना है.
मौजूदा वक्त में कारों का प्रोडक्शन बहुत धीमी गति से चल रहा है. दरअसल, कोरोना वायरस संक्रमण (Corona) के कारण मार्च 2020 के बाद देश और दुनिया की इकनॉमी को जो धक्का लगा, उसका असर ऑटो इंडस्ट्री (Auto Industry) पर काफी पड़ा है. उसके कारण ही कार बनाने वाली कंपनियों का निर्माण कम हो गया. लेकिन, इसी दौरान अब जब भारतीय अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर लौटी है तो लोगों के बीच गाड़ियों की डिमांड फिर से बढ़ी है. लोगों ने अपने लिए कारों की बुकिंग कराई है लेकिन कारों की शॉर्टेज है.
क्या घटा कारों का प्रोडक्शन?
ग्लोबल मार्केट में सेमीकंडक्टर (Semiconductor) की कमी के कारण वाहनों के प्रोडक्शन पर असर पड़ा है. दरअसल, आजकल की कारों में काफी हाईटेक फीचर्स होते हैं और इनमें बड़ी संख्या में सेमीकंडक्टर का इस्तेमाल होता है. लेकिन, कोरोना वायरस स्थिति के कारण सेमीकंडक्टर्स के उत्पादन में कमी आई, जिसकी वजह से वाहन विनिर्माता कंपनियों को इसकी पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पा रही है. इसीलिए सेमीकंडक्टर की सप्लाई घटने से ऑटो इंडस्ट्री अपनी पूरी क्षमता पर काम नहीं कर पा रही है. ऐसे में गाड़ियों (Car) का प्रोडक्शन धीमी रफ्तार से हो रहा है.
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सियाम के आंकड़ों के अनुसार, देश के भीतर मौजूदा वक्त में हर महीने 45,000 ग्राहक (Car Buyers) अपनी बुकिंग कैंसिल करवा रहे हैं जबकि इस साल अगस्त में यह आंकड़ा सिर्फ 20 से 25 हजार था. हालांकि, सेमीकंडक्टर चिप का यह संकट तुरंत खत्म होने वाली नहीं है. इसमे अगले साल की पहले छमाही तक का समय लग सकता है. सरकार का कहना है कि संकट को पूरी तरह से खत्म होने में अगले साल की पहली छमाही खप जाएगी.
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बता दें कि मारुति सुजुकी के पास 2.5 लाख से ज्यादा की वेटिंग है. हुंडई, टाटा और महिंद्रा के पास 1-1 लाख से अधिक कारों की बुकिंग है लेकिन उनकी अभी डिलिवरी नहीं हो सकी है. किआ मोटर्स और एमजी मोटर्स के पास भी बड़ी बुकिंग हैं. किआ मोटर्स के पास 75,000 से ज्यादा और एमजी मोटर्स के पास 46,000 से ज्यादा की वेटिंग चल रही है. इनके अलावा फॉक्सवैगन, स्कोडा, टोयोटा, निसान, रेनॉ, ऑडी सभी को मिलाकर 75,000 से ज्यादा कारों डिलिवर करनी है.