Car Safety Rating: रेनो की ये कार खरीदना मतलब जान से खेलना! जानें यूरो NCAP में कितनी सेफ्टी रेटिंग मिली
Renault Zoe: यूरोपियन न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (EURO NCAP) ने ऑल-इलेक्ट्रिक Renault Zoe के क्रैश टेस्ट के रिजल्ट जारी कर दिए हैं.
Renault Zoe Safety Rating: यूरोपियन न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (EURO NCAP) ने ऑल-इलेक्ट्रिक Renault Zoe के क्रैश टेस्ट के रिजल्ट जारी कर दिए हैं, जो बहुत ही निराशाजनक है. इस कार को सेफ्टी के मामले में 0-स्टार क्रैश रेटिंग मिली है. EURO NCAP ने Renault Zoe को एडल्ट प्रोटेक्शन में 43 प्रतिशत और चाइल्ड प्रोटेक्शन में 52 प्रतिशत सुरक्षित माना है, जो बहुत ही कम है. इसके अलावा इसके सेफ्टी असिस्ट फीचर को सिर्फ 14 प्रतिशत ही पाया गया है. यानी कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि सड़क पर Renault Zoe को लेकर निकलना मतलब जान हथेली पर लेकर चलना है.
0-स्टार क्रैश रेटिंग
यूरो एनसीएपी के अनुसार, नई Zoe एक्सीडेंट्स के खिलाफ खराब सेफ्टी देती है और इसमें एक्सीडेंट प्रीवेंशन टेक्नीक्स की कमी है, जिसके कारण इसे कोई भी स्टार नहीं दिया जा सकता है. ऐसे में यूरो एनसीएपी ने कार को 0-स्टार क्रैश रेटिंग दी. यूरो एनसीएपी ने Renault Zoe 80 kW electric 'ZEN', LHD (लेफ्ट-हैंड-ड्राइव) का क्रैश टेस्ट किया था, जिसका वजन 1563 kg है. इसका टेस्ट इसी साल किया गया है.
क्रैश की गई कार में ड्यूल फ्रंट एयरबैग, साइड चेस्ट एयरबैग और प्री-टेंशनर्स, लोड लिमिटर्स और सीट बेल्ट रिमाइंडर जैसे फीचर्स हैं. यूरो एनसीएपी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि Zoe फेसलिफ्ट में रेनॉल्ट ने कई बैटरी सुधार तो किए लेकिन इसने सेफ्टी फीचर्स को अपडेट नहीं किया. बता दें कि कंपनी ने इसे 2020 में लॉन्च किया था.
यूरो एनसीएपी ने बताया कि Renault Zoe में एक्टिव बोनट सेफ्टी और रिवर्स ऑटोमैटिक इमरजेंसी ब्रेकिंग (एईबी) जैसे सेफ्टी फीचर्स की कमी है. इसके साथ ही, कार में कार-टू-कार एईबी और लेन असिस्ट सिस्टम जैसे स्टैंडर्ड फीचर भी नहीं दिए गए हैं.
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