रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का असर भारत पर भी पड़ेगा. भारत में पेट्रोल और गाड़ियों की कीमत में इजाफा देखने को मिल सकता है. यूक्रेन पर रूस के हमले का असर भारत के ऑटो उद्योग पर भी पड़ेगा. वाहन निर्माता वोक्सवैगन, रेनॉ और टायर निर्माता नोकियन टायर्स समेत कई कंपनियों ने शुक्रवार को यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद उत्पादन कार्यों को बंद करने या वहां से स्थानांतरित करने की योजना बनाई है. इस युद्ध के कारण बाइक और कारें भी महंगी हो सकती हैं, क्योंकि इन सभी चीजों में इस्तेमाल होने वाली धातु 'पैलेडियम' का सबसे बड़ा उत्पादक देश रूस है. 


सप्लाई चैन होगी बाधित और गाड़ियां होंगी महंगी!
आपको शायद पता नहीं होगा कि पैलेडियम का प्रयोग पेट्रोल, गाड़ियों के एग्जॉस्ट, गहनों, इलेक्ट्रिक इक्विपमेंट, डेंटल ट्रीटमेंट और मोबाइल फोन में भी किया जाता है. गाड़ियों में पैलेडियम का प्रयोग गाड़ियों से निकलने वाली जहरीली गैसों के असर को कम करने के लिए किया जाता है. गाड़ियों के एग्जॉस्ट में इस्तेमाल होने वाले कैटेलिटिक कनवर्टर पैलेडियम से बनाए जाते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि 1 ग्राम पैलेडियम की कीमत करीब 6,188 रुपये है. इस युद्ध के कारण ग्लोबल लेवल पर इसकी सप्लाई चैन बाधित होने के कारण गाड़ियां महंगी हो सकती हैं.


भारत में महंगी होंगी कारें!
रूस और यूक्रेन सेमीकंडक्टर निर्माण के साथ-साथ महत्वपूर्ण गैसों और धातुओं का उत्पादन करते हैं. यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद इस युद्ध का सीधा असर इन पर हुआ है. दोनों ही देशों में बड़े स्तर पर इलेक्ट्रिक कार और उनमें लगने वाली बैटरी की मैन्यूफैक्चरिंग की जाती है. इस युद्ध के कारण इनकी सप्लाई चैन भी बाधित होगी और भारत में कारें महंगी हो सकती हैं.


आपको बता दें कि इस युद्ध के कारण वैश्विक स्तर पर महंगाई देखने को मिल सकती है. इस युद्ध के कारण भारत समेत पूरे विश्व में गाड़ियों के दाम बढ़ सकते हैं और इसका असर काफी लंबे समय तक देखने को मिल सकता है.


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