10 में से 9 भारतीयों की नींद उड़ने वाली है. ये नींद उड़ेगी सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के नए ऐलान से, गडकरी ने कहा है कि अब तक कार में सीट बेल्ट अलार्म सिर्फ आगे बैठने वाले लोगों के लिए बजता था. अब पिछली सीट पर बैठने वाले लोगों के लिए भी सीट बेल्ट अलार्म बजेगा. इतना ही नहीं, कार बनाने वाली कंपनियों को साफ कह दिया है कि सीट आगे की हो या पीछे की, सीट बेल्ट अलार्म सबके लिए जरूरी होगी. यानी पूरी तरह अनिवार्य.
10 में से 9 की बात क्यों ?
एक स्टडी है. 2019 में हुए इस स्टडी को निसान और सेव लाइफ फाउंडेशन ने किया था. इसमें पता चला कि देश में सिर्फ 10 प्रतिशत लोग ऐसे हैं, जो कार में पीछे वाली सीट पर बैठने पर सीट बेल्ट लगाते हैं. इस स्टडी में ये भी बताया गया कि भारत में कार एक्सीडेंट के दौरान ज्यादा मौत होने की एक वजह सीट बेल्ट न लगाना भी है. वहीं एक और सर्वे के अनुसार केवल 4% लोग ही कार की पिछली सीट बेल्ट्स का प्रयोग करते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि पिछली साल भारत में हुई सड़क दुर्घटनाओं में 1.41 लाख लोगों कि जान चली गयी.
निसान सेव लाइफ फाउंडेशन ने 11 शहरों में 6306 लोगों का सर्वे किया वहीं मारुती और कान्तार ने मिलकर 17 शहरों में 2505 लोगों का सर्वे किया गया लेकिन सर्वे का निष्कर्ष एक सामान ही पाया गया और वो था कि लोग सीट बेल्ट का प्रयोग बहुत ही काम करते हैं. हालांकि, कानून को सही तरीके से लागू कर इन आंकड़ों को काम किया जा सकता है.
भारत में भी जल्दी लागू होगा ये नियम
ऐसे लोगों को ध्यान में रखते हुए और हाल ही में दिग्गज कारोबारी सायरस मिस्री के निधन के बाद नितिन गडकरी ने कार मेकर्स को कहा है कि सभी सीट बेल्ट के लिए अलार्म जरूरी किया जाए. क्योंकि सायरस मिस्री जिस कार में बैठे थे वो टेक्नोलॉजी और सुरक्षा के मामले में 5 स्टार थी, लेकिन वह पिछली सीट पर बैठे थे और उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगा रखी थी. जिसे हादसे में उनकी जान-जाने की मुख्य वजह बताया गया है.
चौंकाने वाले आंकड़े
- 5 प्रतिशत लोगों को कार कि पिछली सीट बेल्ट्स कि जानकारी ही नहीं है.
- केवल 7 प्रतिशत लोगों ने कहा के वे कार कि पिछली सीटबेल्ट का प्रयोग करते हैं.
- 7 प्रतिशत लोग कार की पिछली सीट बेल्ट के लिए बने कानून के बारे में जानकारी रखते हैं.
- 91 प्रतिशत लोगोने ने बताया की कार की पिछली सीट बेल्ट का प्रयोग न करने पर उन्हें कभी किसी ने नहीं रोका.
- केवल2 प्रतिशत स्कूल बस और स्कूल वैन में यात्रियों के लिए सीट बेल्ट की सुविधा है.
- 7 प्रतिशत से ज्यादा-माता पिता ने बताया की बच्चों के लिए कोई विशेष सुविधा (बच्चों वाली सीट) नहीं.
- केवल 5 प्रतिशत माता पिता ही कार में बच्चों के लिए बूस्टर सीट्स का प्रयोग करते हैं.
- केवल 1 प्रतिशत माता पिता ही दोपहिया वाहनों पर अपने बच्चों को हेलमेट पहनते हैं.
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