Tata Motors: टाटा ने खरीदा Ford का प्रोडक्शन प्लांट, इलेक्ट्रिक वाहन बनाने में कर सकती है इस्तेमाल
Tata Motors to Buy Ford India's Manufacturing Plant: टाटा के अनुसार साणंद स्थित इस प्लांट की 3 लाख यूनिट प्रतिवर्ष उत्पादन क्षमता है उसे जिसे 4 लाख 20 हजार यूनिट प्रतिवर्ष तक बढ़ाया जा सकता है.
Tata Electric Cars: देश की वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स (Tata Motors) भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट को लीड करने की तैयारी कर रही है. अपनी ईवी कारों के प्रोडक्शन को तेज करने के लिए कम्पनी ने गुजरात के सानंद स्थित फोर्ड इंडिया के प्लांट को खरीद लिया है. कंपनी ने अपनी सहयोगी टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड (टीपीईएमएल) और फोर्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एफआईपीएल) ने इस प्लांट के अधिग्रहण के लिए एक यूनिट ट्रांसफर एग्रीमेंट (यूटीए) साइन किया है.
कितने की हुई डील
टाटा मोटर्स लिमिटेड ने फोर्ड इंडिया के इस प्लांट को खरीदने के लिए 91.5 मिलियन डॉलर यानी लगभग (726 करोड़ रुपये) में रविवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है. टाटा मोटर्स की टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड (टीपीईएमएल) और फोर्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एफआईपीएल) के इस समझौते के अंतर्गत में भूमि, संपत्ति और सभी पात्र कर्मचारी आते हैं.
कम्पनी ने बताई भविष्य की योजना
टीपीईएमएल की ओर से अधिग्रहण की घोषणा करते हुए कंपनी के एमडी, शैलेश चंद्र ने बताया कि, "आज फोर्ड इंडिया के साथ हस्ताक्षरित यह समझौता सभी हितधारकों के लिए लाभकारी है जो टाटा मोटर्स के मजबूत इरादों को दर्शाता है, इसके साथ ही कंपनी पैसेंजर व्हीकल यूनिट और इलेक्ट्रिक व्हीकल यूनिट में अपने निर्माण जारी रखने के साथ ही कंपनी बाजार स्थितियों में अपनी पकड़ को और मजबूत करेगी. यह आत्मानिर्भर भारत के भविष्य के निर्माण की दिशा में एक प्रगतिशील कदम है और इससे देश के ऑटो इंडस्ट्रीज के विकास में तेजी मिलेगी.
बढ़ेगी निर्माण क्षमता
टाटा के अनुसार साणंद स्थित इस प्लांट की 3 लाख यूनिट प्रतिवर्ष उत्पादन क्षमता है उसे जिसे 4 लाख 20 हजार यूनिट प्रतिवर्ष तक बढ़ाया जा सकता है.
इतना बड़ा है प्लांट
गौरतलब है कि फोर्ड ने पिछले साल देश में उत्पादन को बंद कर दिया था और उस समय कंपनी का देश के पैसेंजर व्हीकल बाजार में 2 प्रतिशत से भी कम हिस्सेदारी थी. कंपनी ने दो दशकों से अधिक समय तक देश के बाजार में अपनी जगह बनाने की कोशिश की. फोर्ड इंडिया के इस व्हीकल असेंबली प्लांट 350 एकड़ में बनाया गया है और इंजन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट 110 एकड़ में विस्तारित है. टाटा के इस अधिग्रहण के पीछे की योजना लोगों को रोजगार देने की है, क्योंकि इससे 3,043 लोग सीधे और 20,000 लोग अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार प्राप्त करते हैं.
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