Chevrolet Camaro: इस स्पोर्ट्स कार का 50 साल से भी ज्यादा पुराना सफर अब हुआ खत्म, 1967 से थी ग्लोबल मार्केट में मौजूद
1967 में अपनी शुरुआत के बाद से, शेवरले ने 2003 तक केमेरो की लगातार चार जेनरेशन की बिक्री की, जिसके बाद 2010 में फिफ्थ जेनरेशन मॉडल के आने तक सात साल का अंतर रखा गया.
Chevrolet Camaro Discontinue: शेवरले ने घोषणा की है कि उसकी पॉपुलर केमेरो स्पोर्ट्सकार का सीरियलाइज्ड प्रोडक्शन समाप्त हो गया है. पहली बार केमेरो को 1967 में पेश किया गया था. जबकि सिक्स्थ जेनरेशन केमेरो को नौ साल पहले पेश किया गया था. इसके लाइफ साइकिल के दौरान कई बदलाव हुए और इसमें कई पावरट्रेन ऑप्शन पेश किए गए थे और सभी का लक्ष्य अपने कंप्टीटर फोर्ड मस्टैंग को टक्कर देना था. कंपनी की असेंबली लाइन से निकलने वाली अंतिम कार ZL1 1LE वेरिएंट है, जो 6.2-लीटर V8 इंजन से लैस है और यह खास इंजन 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स से जुड़ा है.
कुछ महीने पहले आया था कलेक्टर एडिशन
हालांकि, जनरल मोटर्स ने यह खुलासा नहीं किया है कि आखिरी केमेरो बिक्री के लिए उपलब्ध होगी या नहीं, लेकिन शेवरले ने कुछ महीने पहले केमेरो कलेक्टर एडिशन को पेश किया था, जिसकी केवल 350 यूनिट ही बनाई गई थी, यह अप्रत्यक्ष रूप से करेंट जेनरेशन की कार के उत्पादन के अंत का संकेत था.
50 साल से अधिक पुराना है इतिहास
1967 में अपनी शुरुआत के बाद से, शेवरले ने 2003 तक केमेरो की लगातार चार जेनरेशन की बिक्री की, जिसके बाद 2010 में फिफ्थ जेनरेशन मॉडल के आने तक सात साल का अंतर रखा गया. सूत्रों के अनुसार, मौजूदा जेनरेशन के उत्पादन की समाप्ति "एंड ऑफ केमेरो" है. यह इस कार के 50 साल से अधिक पुराने इतिहास में एक फुल स्टॉप है.
भारत में भी मौजूद है कुछ लिमिटेड यूनिट्स
केमेरो की आधिकारिक तौर पर भारत में बिक्री नहीं होती थी, लेकिन यह मॉडल ग्लोबल मार्केट में अपनी शुरुआत से ही बहुत पॉपुलर रहा है. हमारे बाजार में लास्ट जेनरेशन कैमरोज का काफी संख्या में निजी आयात हुआ है, जो आमतौर पर 70 और 80 के दशक की बॉलीवुड फिल्मों में देखा जाता था. वर्तमान समय में भी, भारत में कूप और कन्वर्टिबल बॉडी स्टाइल दोनों में कुछ निजी तौर पर इंपोर्ट किए गए पांचवें और छठवें जेनरेशन की कैमरोज उपलब्ध हैं. केमेरो का मुख्य तौर पर सबसे बड़ा मुकाबला फोर्ड मस्टैंग से होता है, जिसे 2016 से 2019 के बीच भारतीय बाजार में बेचा गया था. फोर्ड ने 2021 में भारत छोड़ने का फैसला किया, लेकिन जनरल मोटर्स, अपने शेवरलेट ब्रांड के साथ, 2017 में ही भारत से चली गई थी.