(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Electric Cars: टाटा और एमजी ने घटाए इलेक्ट्रिक कारों के दाम, अब कीमत पेट्रोल-डीजल के बराबर; समझें पूरा गणित
एमजी मोटर की बात करें तो कंपनी ने हाल ही में अपनी कॉमेट मिनी इलेक्ट्रिक की एक्स-शोरूम कीमत में 1 लाख रुपये की कटौती की थी, जिसके बाद अब इस कार की कीमत 7 लाख रुपये है.
Tata Motors: यह धारणा आम है कि इलेक्ट्रिक कार खरीदना बेहद महंगा है. लेकिन यह धारणा वास्तविकता के साथ तालमेल नहीं रखती है. टाटा मोटर्स और एमजी मोटर जैसी कंपनियों के हाल ही में की गई कीमतों में कटौती के बाद, आप एक वर्ष से भी कम समय में ईवी खरीदने के लिए भुगतान की गई अतिरिक्त कीमत की वसूली कर सकते हैं. खासकर जब ग्रीन वाहन पहले से ही सब्सिडी के साथ रजिस्ट्रेशन फीस के अलावा, प्रति किमी चलने में सबसे कम लागत खर्च करते हैं.
टाटा मोटर्स ने की कीमतों में कटौती
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, देश की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार विक्रेता कंपनी टाटा मोटर्स ने मंगलवार को नेक्सन एसयूवी और टियागो के इलेक्ट्रिक वेरिएंट्स की कीमतों में भारी कटौती की घोषणा की है. जबकि नेक्सन ईवी (एंट्री वेरिएंट की एक्स-शोरूम कीमत 14.5 लाख रुपये) में 1.2 लाख रुपये की सबसे बड़ी कटौती की गई है, टियागो की कीमत में 70,000 रुपये तक की कटौती की, जिससे बेस मॉडल की कीमत अब 8 लाख रुपये है. टाटा ने कहा कि वह ग्राहकों को बैटरी की कीमत में कमी के कारण यह बेनिफिट दे रही है. टाटा के पैसेंजर कार इलेक्ट्रिक मोबिलिटी डिवीजन के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी विवेक श्रीवत्स ने कहा, "बैटरी की लागत ईवी की कुल लागत का एक बड़ा हिस्सा है."
बैटरी लागत में कमी और स्थानीयकरण है कारण
आगे विवेक श्रीवत्स ने कहा, “बैटरी की लागत ईवी की कुल लागत का एक बड़ा हिस्सा है. हाल के दिनों में बैटरी सेल की कीमतों में कमी आई है और निकट भविष्य में संभावित कमी पर विचार करते हुए, हमने इससे होने वाली लाभों को सीधे ग्राहकों तक पहुंचाने का विकल्प चुना है.” इसके साथ ही उदाहरण के लिए, एक इलेक्ट्रिक नेक्सन को लगभग 15,000 किमी तक चलाने की वार्षिक लागत 15,000 रुपये होगी. जबकि डीजल, और पेट्रोल के लिए 1.2 लाख रुपये होगी. अगर दिल्ली की बात करें तो, जहां डीजल की कीमत लगभग 90 रुपये प्रति लीटर है, पेट्रोल की कीमत 97 रुपये है, और ईवी प्रति यूनिट शुल्क 10 रुपये है.
टाटा मोटर्स ने क्या कहा?
श्रीवत्स ने कहा कि टाटा मोटर्स का लक्ष्य इस उपाय के माध्यम से "ईवी को मुख्यधारा में अपनाने" में तेजी लाना है.” इसका मतलब यह है कि कोई व्यक्ति ईवी (पेट्रोल की तुलना में) खरीदने की अतिरिक्त लागत को केवल एक वर्ष से कम समय में वसूल सकता है. ग्रीन कारों के लिए सब्सिडी वाले पंजीकरण लागत के कारण पेट्रोल नेक्सन की ऑन-रोड कीमत 14.2 लाख रुपये है, जबकि इलेक्ट्रिक की ऑन-रोड कीमत 15.1 लाख रुपये है. 15.4 लाख रुपये की ऑन-रोड कीमत के साथ डीजल वेरिएंट की कीमत पहले से ही इलेक्ट्रिक से ज्यादा है.
एमजी ने की कीमतों में कटौती
एमजी मोटर की बात करें तो कंपनी ने हाल ही में अपनी कॉमेट मिनी इलेक्ट्रिक की एक्स-शोरूम कीमत में 1 लाख रुपये की कटौती की थी, जिसके बाद अब इस कार की कीमत 7 लाख रुपये है. जबकि बड़ी ZS इलेक्ट्रिक एसयूवी पर, कंपनी ने शुरुआती कीमत 22 लाख के मुकाबले 19 लाख रुपये में एक नया कम कीमत वाला एंट्री लेवल वेरिएंट पेश किया है.
एमजी मोटर इंडिया के डिप्टी एमडी गौरव गुप्ता ने कहा, "स्थानीयकरण में वृद्धि, लॉन्ग टर्म माल ढुलाई कॉन्ट्रैक्ट, ऑर्गेनाइज्ड लॉजिस्टिक्स, सप्लाई चेन में सुधार और लॉन्ग टर्म वस्तुओं की लागत में कमी के कारण यह संभव हुआ है.”
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