अगर समय पर गाड़ी में ऑयल चेंज नहीं करवाया तो उठाना पड़ सकता है भारी नुकसान, जानें
अगर आप इस पर उचित ध्यान नहीं देते हैं और समय पर ऑयल चेंज नहीं करवाते हैं तो यह निश्चित है कि आपका वाहन उतने दिन नहीं चल पाता, जितने दिन की उम्मीद होती है.
अक्सर लोग अपनी गाड़ी का यूज़ तो खूब करते हैं लेकिन जब बात सर्विस की आती है तो इसे टाल देते हैं. यानी सर्विस पर बिलकुल भी ध्यान नहीं दिया जाता.गाड़ी के इंजन के लिए सबसे जरूरी होता है इंजन ऑयल, लेकिन समय पर चेंज नहीं करवाने पर ना सिर्फ गाड़ी को नुकसान होता है, बल्कि इसका असर आपकी जेब पर भी पड़ता है. ऐसे में अगर आपके पास गाड़ी है तो आप भी इस समय-समय पर इसका ऑयल चेंज करवा लें, नहीं तो आपको भी दिक्कत हो सकती है.
सुरक्षित नहीं रहेगा इंजन दरअसल, इंजन तेल का सबसे महत्वपूर्ण कारण लुब्रिकेशन होता है. यह इंजन में हर हिस्से या पुर्जे को प्रोटेक्ट करता है और उन्हें एक-दूसरे से साफ रखता है. ऐसे में समय-समय पर ऑयल ना बदलवाने से दिक्कत हो सकती है और कुछ समय तक ऐसा करने से इसकी इंजन पर काफी असर पड़ता है. लंबे समय तक ऑयल के इस्तेमाल से घर्षण आदि को कम करने वाले तत्व कम हो जाते हैं और इसका मतलब ये होता है कि अब ऑयल में काम करने की शक्ति नहीं बची है.
आवाज आना शुरू हो सकती है जब इंजन ऑयल की कमी हो जाती है तो इंजन के अंदर के हिस्सों को लुब्रिकेशन यानी चिकनाई नहीं मिलती है. इस वजह से ये पुर्जे एक दूसरे के संपर्क में आते हैं और घर्षण की वजह से तेज आवाज आना शुरू हो जाती है. वहीं, अगर ऑयल का लेवल कम होता है तो इंजन में ऑयल प्रेशर की वजह से बैरिंग आदि की आवाज आने लगती है. साथ ही ऑयल पुराना हो जाने पर भी मोटर से आवाज शुरू आना शुरू हो जाती है.
देखभाल है जरूरी उम्र हो सकती है गाड़ी की उम्र इंजन आपकी गाड़ी का सबसे अहम हिस्सा होता है, इसलिए अगर आप इस पर उचित ध्यान नहीं देते हैं और समय पर ऑयल चेंज नहीं करवाते हैं तो यह निश्चित है कि आपका वाहन उतने दिन नहीं चल पाता, जितने दिन की उम्मीद होती है. दरअसल, आपकी गाड़ी के इंजन के पुर्जे चिकनाई और सुरक्षा के अभाव के कारण रुक जाते हैं और वाहन भी तब तक ही काम करेगा जब तक कि उसकी पूरी तरह से देखभाल होगी.
ओवरहीट की समस्या अगर आपकी गाड़ी के इंजन में हमेशा सही मात्रा में तेल नहीं रहेगा, तो यह इंजन पर तनाव पैदा हो सकता है और इसके परिणामस्वरूप ओवरहीटिंग हो सकती है. तेल उस घर्षण को कम करने में मदद करता है, जबकि कूलेंट वाहन के तापमान को नियंत्रित करता है.
जेब पर भी पड़ेगा भारी इतना ही नहीं, इससे आपकी जेब पर भी काफी असर पड़ेगा, क्योंकि इससे आपका खर्चा बढ़ जाएगा. वैसे तो आप सोच रहे होंगे कि बार बार ऑयल चेंज करवाना खर्चे का काम हो सकता है. लेकिन इससे आपका इंजन खराब हो सकता है और इसके बाद आप इंजन ठीक करवाते हैं तो आपका खर्चा ऑयल से काफी ज्यादा हो सकता है.
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