Delhi-Jaipur Expressway: कैसा है दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे, कितनी देर में पूरा होगा सफर और क्या मिलेंगी सुविधाएं, पढ़िए विस्तार से
इस एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद आस-पास के क्षेत्रों के विकास पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा और देश को आर्थिक फायदा पहुंचाने में मदद मिलेगी.
![Delhi-Jaipur Expressway: कैसा है दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे, कितनी देर में पूरा होगा सफर और क्या मिलेंगी सुविधाएं, पढ़िए विस्तार से Delhi Jaipur Expressway Prime Minister Narendra Modi inaugurates the Delhi-Jaipur expressway Delhi-Jaipur Expressway: कैसा है दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे, कितनी देर में पूरा होगा सफर और क्या मिलेंगी सुविधाएं, पढ़िए विस्तार से](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/02/12/59cdf958c6613167137a7e63ac9ee6011676191522608456_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Delhi-Jaipur Expressway Inauguration: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानि 12 फरवरी 2023 को दिल्ली से जयपुर तक 229 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का उद्घाटन कर दिया है. यह एक्सप्रेस वे तक 1,386 किलोमीटर लंबाई वाले दिल्ली-मुंबई मेगा एक्सप्रेसवे का हिस्सा है. इस एक्सप्रेस वे को आम जनता के लिए 2 दिन बाद यानि 14 फरवरी से खोल दिया जाएगा. आइए जानते हैं इस एक्सप्रेस वे के बारे में कुछ खास बातें.
कितनी देर में पूरी होगी दूरी
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के दिल्ली से जयपुर प्रखंड तक के उद्घाटन के बाद अब इन दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय घटाकर महज 3.5 घंटे रह जाएगा. वहीं जब यह परियोजना पूरी हो जाएगी, तब दिल्ली से मुंबई तक का सफर इसके जरिए मात्र 12 घंटे में पूरा किया जा सकेगा. इस प्रोजेक्ट के साल 2024 तक पूरा होने का लक्ष्य रखा गया है.
कितना लगेगा टोल टैक्स और स्पीड लिमिट
दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस वे की शुरुआत हरियाणा के सोहना से होती है और यह राजस्थान के लालसोट तक जाती है. फिलहाल यह यात्रियों के लिए निशुल्क होगा, लेकिन इसके 8 लेन में तब्दील हो जाने के बाद वाहनों से 390 रुपये टोल टैक्स वसूला जाएगा.
कितनी है स्पीड लिमिट?
अभी इस एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य जारी है. इस पर चलने के लिए 120 किमी प्रति घंटा की मैक्सिमम स्पीड तय की गई है.
कितना हुआ है खर्च?
इस एक्सप्रेसवे प्रखंड को विकसित करने के लिए 12,150 करोड़ रुपये का खर्च आया है. लेकिन मुंबई तक इसका कार्य पूर्ण होने तक इस पर करीब 98,000 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है.
क्या मिलेगी सुविधा
इस एक्सप्रेस वे पर एक्सीडेंट होने पर लगाए गए सेंसर खुद ही कंट्रोल रूम में अलर्ट सिग्नल भेज देगा, जिससे दुर्घटना की स्थिति में यात्री के कॉल न करने पर भी उसे को तुरंत मदद देने के लिए एंबुलेंस पहुंच जाएगी. यहां हर एक किलोमीटर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, साथ ही यात्रियों को हर 50 किलोमीटर पर गाड़ी सर्विस की भी सुविधा मिलेगी.
यह भी पढ़ें :- खरीदनी है महिंद्रा स्कॉर्पियो क्लासिक? तो जान लीजिए कितना करना पड़ेगा इंतजार
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)