Delhi-Meerut Expressway: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर लेकर जाएंगे टू व्हीलर, तो हो जाएगा तगड़ा नुकसान, जानें क्या हैं नियम
एक्सप्रेसवे पर दोपहिया बैन होने का सबसे बड़ा कारण एक्सप्रेसवे पर दोपहिया वाहनों और कार या बड़े वाहनों से टक्कर होने का खतरा बना रहता है.
Two Wheeler Ban on Expressway: कुछ दिनों पहले ही देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया है. यह फिलहाल भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे है. हालांकि आप यहां किसी भी टू व्हीलर व्हीकल को लेकर नहीं जा सकते हैं, क्योंकि यहां सभी दो पहिया वाहनों को ले जाना बैन है. साथ ही देश में कई एक्सप्रेसवे के लिए भी ऐसा ही नियम है, जहां टू व्हीलर चलाना प्रतिबंधित है. लेकिन यहां बाइक और स्कूटर समेत दोपहिया वाहनों का इस्तेमाल पूरी तरह से प्रतिबंधित है. जैसा कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर यह नियम है कि यदि यहां कोई व्यक्ति दोपहिया वाहन को लेकर जाता है तो उसका 20 हजार रुपये का चालान काटे जाने का नियम है. हालांकि इस नियम के बारे जानकर आपके मन में यह सवाल जरूर होगा कि क्यों एक्सप्रेसवे पर दोपहिया वाहन चलाना मना है, तो आज हम आपको इस नियम के बारे में बताने वाले हैं.
क्यों नहीं चला सकते एक्सप्रेसवे पर टू-व्हीलर
एक्सप्रेसवे पर दोपहिया बैन होने का सबसे बड़ा कारण एक्सप्रेसवे पर दोपहिया वाहनों और कार या बड़े वाहनों से टक्कर होने का खतरा बना रहता है, इसलिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के नियमों के अनुसार एक्सप्रेसवे पर टू व्हीलर चलाना प्रतिबंधित है.
कम स्पीड है वजह
क्योंकि बाइक और स्कूटर जैसे टू-व्हीलर्स अधिकतर 60 से 80 किलोमीटर प्रति घंटा स्पीड से चलते हैं. जबकि एक्सप्रेसवे पर कार की रफ्तार 100 किलोमीटर और उससे अधिक है. हालांकि दोपहिया और तिपहिया की स्पीड इतनी अधिक नहीं होती है, जिससे एक्सीडेंट होने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है.
पुलिस ने क्या कहा?
मेरठ पुलिस ने इस नियम के बारे में कहा है कि हाईवे पर बढ़ती हुई दुर्घटनाओं को स्टडी करने से यह पता चलता है कि दोपहिया वाहन चालकों के चक्कर में अधिक एक्सीडेंट्स होते हैं, जिस कारण यात्रियों के सेफ्टी के लिए एक्सप्रेसवे पर टू व्हीलर्स को एंट्री नहीं दी जाती है.