त्योहारी मौसम में कार बाजार की धमाकेदार दीवाली
देश की दूसरी सबसे बड़ी कार कंपनी हुंडई ने अक्टूबर 2020 में 56,605 कारों की बिक्री की है जो कि कंपनी की अभी तक कि किसी भी महीने की सबसे ज़्यादा बिक्री है.
नई दिल्ली: ऑटोमोबाइल सेक्टर में लोगों की दिलचस्पी देखने को मिल रही है. त्योहारों के मौसम में इस सेक्टर में खरीदारी बढ़ गई है. मूल रूप से बिहार के रहने वाले सुमन सौरभ बीते कई सालों से दिल्ली की एक निजी कंपनी में नौकरी कर रहे हैं. कोरोना काल के पहले से ही अपनी पहली कार खरीदने का मन बना रहे थे. लेकिन, कोरोना के चलते कार खरीदने का प्लान टलता रहा.
अब बाजार और नौकरियों की बेहतर होती स्तिथि के चलते सुमन ने हिम्मत करके अपने सपने को पूरा करने का मन बनाया और टाटा टिगोर खरीद ली. पूरे परिवार के साथ शोरूम से कार लेकर सीधे मंदिर पहुंचे और कार के साथ पूजा-अर्चना की. सुमन को यह कार लगभग 7.5 लाख रुपये की पड़ी है. कार खरीदने के लिए सुमन ने 1.5 लाख रुपये का डाउन-पेमेंट किया है और 6 लाख रुपये का लोन लिया है. सुमन कहते हैं कि कोरोना के बाद ब्याज दरों में भी कटौती हुई है और साथ ही साथ बाजार में भी हालात बेहतर हुए हैं. इसिलए, सुमन ने भी अपने कार के सपने को साकार किया है.
इस त्योहारी मौसम में ये कहानी किसी एक सुमन की नहीं है. हज़ारों की तादाद में ग्राहक अपनी पहली कार खरीद रहे हैं और इसिलए कार कंपनियां बिक्री के सारे रिकॉर्ड तोड़ रही हैं. देश की दूसरी सबसे बड़ी कार कंपनी हुंडई ने अक्टूबर 2020 में 56,605 कारों की बिक्री की है जो कि कंपनी की अभी तक कि किसी भी महीने की सबसे ज़्यादा बिक्री है.
MG मोटर ने भी अक्टूबर में सबसे ज़्यादा बिक्री का रिकॉर्ड बनाया है. MG मोटर इंडिया की अक्टूबर में 3750 कारों की बिक्री हुई है. इसमें MG हेक्टर की 3625 कारें बिकी हैं जबकि ZS इलेक्ट्रिक की 125 कारें बिकी हैं. इसके अलावा कंपनी की हालिया लांच ग्लोस्टर की 2000 से ज़्यादा बुकिंग हैं.
देश के तकरीबन 50% बाज़ार पर काबिज मारुति सुजुकी की देश में बिक्री अक्टूबर 2020 में 17.6% बढ़कर 1,63,656 कारों पर पहुंच गई है. बिक्री के इन्हीं आंकड़ों के दम पर कार शोरूम संचालक दिन रात कारों की डिलीवरी देने में जुटे हुए हैं. शोरूम संचालकों का कहना है कि इस बार त्योहारी मौसम अक्टूबर और नवंबर, 2 महीनों का है. ऐसे में नवंबर में भी बिक्री के यही आंकड़े रहने की उम्मीद है. ग्राहकों को लुभाने के लिए कार कंपनियां और कार डीलर ज़बरदस्त ऑफर्स भी दे रहे हैं.
बताया जा रहा है कि मौजूदा वित्त वर्ष के शुरुआती 6 महीनों के दौरान कारों की बिक्री की बहुत बुरी हालत थी. लेकिन, नवरात्रों से शुरू हुए त्योहारी मौसम ने कार कंपनियों को नई ऊर्जा दी है. ऐसे में कार कंपनियों को उम्मीद है कि दीवाली के पूरे त्योहारी मौसम के दौरान कारों की बिक्री की रफ्तार ऐसे ही फर्राटा भर्ती रहेगी.
जानकारों का मानना है कि बाजार के हालात त्योहारी मौसम के दौरान काफी सुधरे हैं. ऐसे में कारों की बिक्री की यह रफ्तार साल के अंत तक देखती रहेगी. जानकारों का कहना है कि कोरोना काल के बाद ब्याज दरों में काफी कटौती हुई है. इसके चलते बैंकों ने कार लोन लेने की शर्तों में भी कुछ ढील दी है. इसी के चलते बैंक अब ज्यादा लोगों को कार लोन दे रहे हैं. इसी वजह से कारों की बिक्री भी बढ़ रही है.
लक्ज़री कार कंपनियों की भी इस बार दीवाली धमाकेदार है. नए लांच हुए मॉडल्स के दम पर लक्ज़री कारों के बाजार में भी ग्राहक उमड़ रहे हैं. डीलरों का कहना है कि कई मॉडल्स पर ग्राहकों को लंबा इंतजार भी करना पड़ रहा है. वेटिंग पीरियड की अगर बात की जाए तो 2 हफ्ते से लेकर 30 हफ्तों तक का इंतजार ग्राहकों को नई कार लेने के लिए करना पड़ रहा है.
पेंट-अप डिमांड, ब्याज दरों में हुई कटौती और कोरोना के चलते ओला-उबर जैसी शेयर्ड मोबिलिटी सेवाओं से ग्राहकों की दूरी बनाने के चलते नई कारों की डिमांड में बढ़ोतरी हुई है. बिक्री का यही स्तर कंपनियों को दिसंबर तक बने रहने की उम्मीद है. लेकिन, 2021 के आगाज़ के साथ कार बिक्री के हालात क्या रहेंगे, फिलहाल कर कंपनियों के पास भी इसका जवाब नहीं है.