Driving Tips in Winter: देश में ठंड का मौसम आ चुका है, और इस मौसम में अधिकतर लोग कार से ही यात्रा करना पसंद करते हैं. क्योंकि सर्दी के मौसम में दोपहिया वाहनों में काफी ठंड लगती है. साथ ही ठंड में कार के अंदर हीटर चलाकर भी सर्दी से बचा जा सकता है. लेकिन इस मौसम में ड्राइविंग कारण आसान काम नहीं होता है, क्योंकि इस दौरान कोहरा भी काफी होता है, जिससे बाहर साफ साफ देखने में काफी मुश्किल होती है. ऐसे में काफी सारे लोग ड्राइविंग के दौरान बहुत सी गलतियां भी करते हैं, जिनमें इमरजेंसी इंडीकेटर को ऑन करके गाड़ी चलाना प्रमुख है. कई ऑटो एक्सपर्ट भी इस काफी खतरनाक मानते हैं. 


क्यों नहीं ऑन करना चाहिए इमरजेंसी इंडिकेटर?


ऑटो विशेषज्ञ अमित खरे के अनुसार कुछ समय पहले तक ठंड के मौसम में गाड़ियों की हेडलाइट पावरफुल न होने के कारण इमरजेंसी इंडिकेटर का इस्तेमाल किया जाता था. कोहरे में एक्सीडेंट से बचने के पहले चालक चारों इंडिकेटर ऑन करके वाहन चलाते थे. अब नए जमाने में गाड़ियों में LED हेडलाइट्स का प्रयोग किया जाने लगा है. जो कि बहुत पॉवरफुल होती हैं और दूर से ही दिखाई देती हैं. साथ ही इस दौरान फॉग लाइट का भी इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में इमरजेंसी इंडिकेटर ऑन करने का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि आप गाड़ी के टर्निंग के दौरान इंडिकेटर का प्रयोग नहीं कर पाते हैं और इस कारण दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है.  


क्या होता है इमरजेंसी इंडिकेटर का काम?


गाड़ियों में इमरजेंसी इंडिकेटर तब काम आता है जब गाड़ी को किसी इमरजेंसी की स्थिति में सड़क के किनारे रोकना हो. खासकर इनका इस्तेमाल रात के वक्त किया जाता है, जिससे आगे और पीछे से आ रहे वाहनों को गाड़ी के रुके होने का संकेत मिलता रहे. इस लिए इन इंडिकेटर्स का सोच समझ कर जरूरत के वक्त ही इस्तेमाल करना चाहिए.


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