लॉकडाउन का बुरा असर, मई में यात्री वाहनों की बिक्री 87 फीसदी घटी
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (फाडा) ने आंकड़े दिए है. इसके मुताबिक, मई में यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री 86.97 प्रतिशत घटकर 30,749 यूनिट रह गई.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन का बुरा असर यात्री वाहनों की बिक्री पर पड़ा है. वाहन डीलरों के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (फाडा) के अनुसार मई में यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री 86.97 प्रतिशत घटकर 30,749 यूनिट रह गई. मई, 2019 में यह 2,35,933 यूनिट थी.
फाडा की तरफ से 1,435 में से 1,225 क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों (आरटीओ) से वाहनों के पंजीकरण के आंकड़े जुटाए जाते हैं. आंकड़ों के अनुसार मई में दोपहिया की बिक्री 88.8 प्रतिशत घटकर 1,59,039 यूनिट रह गई, जो एक साल पहले समान महीने में 14,19,842 यूनिट थी. इसी तरह वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 96.63 प्रतिशत घटकर मात्र 2,711 यूनिट रही, जो मई, 2019 में 80,392 यूनिट थी. तिपहिया की बिक्री भी 96.34 प्रतिशत घटकर 1,881 यूनिट रह गई, जो एक साल पहले समान महीने में 51,430 यूनिट थी.
मई में विभिन्न श्रेणियों में वाहनों की कुल बिक्री 88.87 प्रतिशत घटकर 2,02,697 यूनिट रह गई, जो मई, 2019 में 18,21,650 यूनिट थी.
फाडा के अध्यक्ष आशीष हर्षराज काले ने कहा, ‘‘मई के अंत में 26,500 आउटलेट्स में से करीब 60 प्रतिशत शोरूम और 80 प्रतिशत वर्कशॉप परिचालन में थीं. मई के पंजीकरण आंकड़े मांग की सही स्थिति को नहीं दर्शाते हैं, क्योंकि देश के कई हिस्सों में इस दौरान लॉकडाउन जारी था.’’ उन्होंने कहा कि जून के पहले दस दिन में कई डीलरशिप खुलने के बावजूद मांग काफी कम है.
गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन का चौथा चरण चल रहा है. ये 30 जून तक लागू रहेगा. हालांकि, अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए कुछ शर्तों के साथ कंपनियों और औद्योगिक इकाइयों को काम करने की छूट दी गई है.
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