EV Sale in 2023: इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए अच्छा रहा साल 2023, बिक्री में आया जबरदस्त उछाल!
भारत में ईवी की डिमांड में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है, जिसकी कई वजह हैं. हालांकि बढ़ता प्रदूषण इसका एक प्रमुख कारण है, जिससे सरकार और नागरिक दोनों ही परेशान हैं.
EV Sales Report 2023: मंगलवार को फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन यानि FADA की तरफ से, 2023 में बिक्री किये गए इलेक्ट्रिक वाहनों के आंकड़े जारी किये गए. जिसमें जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली जोकि इलेक्ट्रिक वाहनों के बेहतर भविष्य की तरफ इशारा भी है.
सालाना तौर पर लगभग 50 फीसद बढ़ी ईवी बिक्री
पिछली साल घरेलू बाजार में हुई इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री की बात करें तो, 2023 में 15,29,947 यूनिट्स ईवी की बिक्री दर्ज की गयी. जबकि साल 2022 में ये आंकड़ा 10,25,063 यूनिट्स ईवी की बिक्री का था. यानि कि इलेक्ट्रिक सेगमेंट में एक साल में ही 49.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली. इसे आने वाले समय में ईवी के बेहतर भविष्य के तौर पर देखा जा रहा है.
इलेक्ट्रिक टू/थ्री व्हीलर की भी रही तगड़ी डिमांड
2023 में बिके इलेक्ट्रिक टू व्हीलर की बात करें तो, इसमें 2022 के मुकाबले 36.09 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज हुई. क्योंकि 2023 में ये आंकड़ा 8,59,376 यूनिट्स की बिक्री का था, जबकि 2022 में 6,31,464 यूनिट्स ई टू व्हीलर की बिक्री हुई थी.
ई-थ्री-व्हीलर के लिए पिछले काफी शानदार रहा और सालाना बिक्री में 65.23 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज हुई. 2023 में 5,82,793 यूनिट्स ई थ्री व्हीलर की बिक्री हुई, जबकि 2022 में ये संख्या 3,52,710 यूनिट थी.
कमर्शियल ईवी की बिक्री में सौ फीसद से ज्यादा बढ़ोतरी
ई-कमर्शियल गाड़ियों की सालाना बिक्री में शानदार 114.16 फीसद की बढ़ोतरी देखने को मिली. 2023 में इस सेगमेंट में 5,673 यूनिट्स की बिक्री हुई, जबकि
2022 में 2,649 यूनिट्स कमर्शियल ईवी की बिक्री देखने को मिली थी.
पैसेंजर ईवी की बिक्री में भी लगा शतक
FADA की तरफ से जारी किये गए 2023 में हुई पैसेंजर ईवी के आंकड़ों के अनुसार, इलेक्ट्रिक PV में 114.71 फीसद का जबरदस्त उछाल देखने को मिला और बिक्री का ये आंकड़ा 82,105 यूनिट्स पर जा पहुंचा, जो 2022 में 38,240 यूनिट का था.
बढ़ रही है ईवी की डिमांड
भारत में ईवी की डिमांड में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है, जिसकी कई वजह हैं. हालांकि बढ़ता प्रदूषण इसका एक प्रमुख कारण है, जिससे सरकार और नागरिक दोनों ही परेशान हैं.