Electric Vehicles in India: भारत में तेजी से बढ़ रहा है ईवी बाजार, 2030 तक 30% होगी बिक्री
इस समय EV बाजार में टाटा मोटर्स का कब्जा है, लेकिन एमजी मोटर और हुंडई के साथ महिंद्रा, BYD, मारुति सुजुकी और फोक्सवैगन भी भारत में इस सैगमेंट में अपनी कारों के साथ शामिल हो गई हैं.
EVs Till 2030: भारत में शुरुआती दौर में कुछ दिक्कतों के बाद भी देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल के सेगमेंट में लगातार विस्तार हो रहा है और खासकर ई-स्कूटर सेगमेंट में सबसे अधिक बढ़ोत्तरी हुई है. जिसे देखते हुए यह पता चलता है कि भारत 2030 तक पारंपरिक ईंधन और ICE इंजन से चलने वाले वाहनों से अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है.
2030 तक 30% होगी बिक्री
सरकार को उम्मीद है कि भारत में 2030 तक ईवी सेगमेंट में बिक्री निजी ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में नए वाहनों के लिए 30% प्रतिशत, कमर्शियल व्हीकल के लिए 70 प्रतिशत और दोपहिया एवं तिपहिया वाहनों के लिए 80 प्रतिशत होगी. जिससे भारत में तेल आयात की मात्रा में कमी आएगी और इससे पर्यावरण को साफ करने में मदद मिलेगी. देश में पिछले दो सालों में ईवी सेगमेंट की बिक्री में लगातार तेजी देखी गई है. साल 2020-21 में 48,179 इलेक्ट्रिक वाहन, साल 2021-22 में यह आंकड़ा बढ़कर 2,37,811 यूनिट्स और 2022-23 में 9 दिसंबर, 2022 तक 4,42,901 यूनिट्स हो गया.
सरकार भी कर रही है प्रयास
केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडे ने पिछले महीने लोकसभा में एक लिखित जवाब देते हुए बताया था कि भारत सरकार ने इलेक्ट्रिक/हाइब्रिड वाहनों को बढ़ावा देने के लिए फेम इंडिया फेज II यानि 'फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स इन इंडिया फेज II' योजना को लागू किया है. वर्तमान में फेम इंडिया योजना का चरण-II 1 अप्रैल 2019 से पांच साल की अवधि के लिए लागू है. जिसके लिए सरकार कुल 10,000 करोड़ रुपये का समर्थन कर रही है.
टाटा मोटर्स है सबसे आगे
पैसेंजर EV सेगमेंट में टाटा मोटर्स 90 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी के साथ बाजार में सबसे मजबूत स्थिति में है. जबकि टू व्हीलर सेगमेंट में यह स्थान ओला इलेक्ट्रिक के पास है. 2025 तक, भारत में इलेक्ट्रिक पैसेंजर वाहनों की बाजार हिस्सेदारी 6 प्रतिशत से अधिक होने की संभावना है.
जल्द आने वाले हैं अन्य कई मॉडल्स
इस समय EV बाजार में टाटा मोटर्स का कब्जा है, लेकिन एमजी मोटर और हुंडई के साथ महिंद्रा, BYD, मारुति सुजुकी और फोक्सवैगन भी भारत में इस सैगमेंट में अपनी कारों के साथ शामिल हो गई हैं. 2025 में मारुति के इस सेगमेंट में आने के बाद बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ने की उम्मीद है.