Electric Vehicles Tips: यह तो सभी जानते हैं कि इलेक्ट्रिक वाहन पर्यावरण के लिए बेहद अनुकूल हैं, जिस कारण पूरी दुनिया सहित भारत में भी इनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. फिलहाल देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में सबसे ज्यादा दोपहिया वाहनों की बिक्री होती है. ऐसे में अगर आप भी एक इलेक्ट्रिक टू व्हीलर खरीदने का मन बना रहे हैं तो इससे पहले आपको कुछ आवश्यक बातों को जरूर जान लेना चाहिए. 


चार्जिंग व्यवस्था सुनिश्चित करें


एक इलेक्ट्रिक टू व्हीलर खरीदने से पहले आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपके पास इसके लिए पर्याप्त चार्जिंग व्यवस्था उपलब्ध है या नहीं. यह मुंबई जैसे शहरों में भी  फिलहाल चुनौतीपूर्ण है जहां पार्किंग की जगह प्रीमियम चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर काफी मजबूत है. हालांकि एथर और ओला जैसी कंपनियां पब्लिक फास्ट चार्जिंग की पेशकश करती हैं, लेकिन अपने स्कूटर को चार्ज करने के लिए इस पर निर्भर रहने के बजाय इनका केवल कभी कभार उपयोग करना ज्यादा फायदेमंद है, क्योंकि जरूर ये सेवाएं अभी मुफ्त हैं, लेकिन यह हमेशा के लिए नहीं रहेगी और ईवी की संख्या बढ़ने के साथ ही यहां आपको अपने वाहन की चार्ज करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है. 


अन्य फायदों पर करें विचार


ईवी खरीदने की सबसे बड़ी वजह कम उत्सर्जन और चलने की कम लागत है. शहर के अंदर अपने पेट्रोल समकक्षों की तुलना में सवारी करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहन अधिक आरामदायक हैं. इसका साइलेंट एक्सपीरियंस मौन और वाइब्रेशन का न होना भी लोगों को अधिक आकर्षित करता है. 


अपने लिए पर्याप्त रेंज पर करें विचार 


पेट्रोल वाहनों को तुरंत और कहीं भी रिफिल किया जा सकता है. लेकिन ईवी के लिए एक सीमित रेंज का होना थोड़ा चिंताजनक है. हालांकि यह चिंता शुरू में ही कुछ समय तक महसूस होती है, एक बार जब आप एक इलेक्ट्रिक स्कूटर के आदी हो जाते हैं तो आपको इसके रेंज की चिंता काफी कम हो जाएगी.  जैसे आप रोजाना 40 किमी की यात्रा करते हैं है, तो आपके लिए 60-70 किमी की वास्तविक रेंज देने वाला एक इलेक्ट्रिक स्कूटर पर्याप्त हो सकता है. ऐसे में आपको स्कूटर चुनते समय उसके वास्तविक रेंज के जानकारी जरूर कर लेना चाहिए.


तय करें, कितनी होगी बचत?


ईवी खरीदने के पीछे आपकी पहली प्राथमिकता पैसा बचाना हो सकता है. इसके लिए आपको इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने से पहले फ्यूल और बिजली के दामों की तुलना के साथ अपनी डेली इस्तेमाल किए जाने वाली दूरी के हिसाब से यह तय कर लेना चाहिए कि आपके शुरूआत में चुकाई गई अधिक कीमत कितने समय में वसूल हो जाएगी. जैसे आप TVS iQube का बेस वेरिएंट 1.25 लाख रुपये में (ऑन रोड प्राइस, मुंबई) खरीदते हैं, वहीं सुजुकी एक्सेस 125 को 1.03 लाख रुपये (ऑन रोड प्राइस, मुंबई) में खरीदते हैं तो आपको इन दोनों कीमतों के अंतर को पूरा करने के लगने वाले समय की गणना कर लेनी चाहिए. 


अच्छे ब्रांड को चुने


FAME-2 सब्सिडी के कारण पिछले कुछ वर्षों में भारतीय बाजार में बहुत सारे EV ब्रांड्स आ गए हैं, जिसमें अधिकतर चीनी मूल की हैं, जो कम लागत, खराब क्वालिटी और कम परफॉर्मेंस वाले प्रॉडक्ट्स की बिक्री करती हैं. ऐसे में आपके लिए एक भरोसेमंद ब्रांड के साथ जुड़ना बेहतर रहेगा, नहीं तो थोड़े पैसे बचाने के चक्कर में आपका भारी नुकसान हो सकता है.


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