Tyre Tips For Summer: गर्मियों में रखें अपनी गाड़ी के टायर का खास ख्याल, वर्ना हो जाएगी बड़ी परेशानी
अब अधिकतर गाड़ियों में ट्यूबलेस टायर्स मिलने लगे हैं. साधारण हवा में नमी की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे रिम के अंदर जंग लगने लगता है. जबकि नाइट्रोजन हवा ठंडी होती है और उसमें नमी भी नहीं होती है.
Nitrogen in Car Tyre: इस समय लगभग पूरे देश में जबरदस्त गर्मी का मौसम चल रहा है और इस मौसम में आपको अपनी सेहत के साथ-साथ अपनी गाड़ी की सेहत का भी खास ख्याल रखना जरूरी होता है. वहीं इस मौसम में यदि आप लंबे टूर पर जाने का प्रोग्राम बना रहे हैं तो, आपको गाड़ी के टायरों का सबसे ज्यादा ख्याल रखने की जरूरत है. क्योंकि ज्यादा गर्मी के कारण लंबी दूरी की यात्रा में टायर के फटने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है. जिस कारण बहुत से एक्सीडेंट होने की घटनाएं भी सामने आती रहती हैं. अगर आप चाहते हैं कि टायर फटने के कारण आपको कोई परेशानी न झेलनी पड़े, इसके लिए आपको टायरों में साधारण हवा की जगह नाइट्रोजन का इस्तेमाल करना चाहिए. क्योंकि यह गर्मी के कारण ज्यादा फैलती नहीं है और टायर में हमेशा सही प्रेशर बना रहता है.
क्यों फायदेमंद है नाइट्रोजन
टायरों के लिए नाइट्रोजन गैस ज्यादा सुरक्षित होती है, क्योंकि यह न आग पकड़ती है और ना ही इसमें मॉइश्चर जमता है. जिन टायरों में नाइट्रोजन भरा होता है, उनमें प्रेशर और कूलिंग बेहतर होता हैं. भारत की प्रमुख टायर निर्माता कंपनी, अपोलो टायर्स की वेबसाइट पर दिए गए जानकारी के अनुसार, बेहतर स्थिरता, सुरक्षा और लॉन्ग लाइफ के लिए टायरों में नाइट्रोजन भरा जाना आवश्यक है. इससे टायर प्रेशर स्टेबल बना रहता है, क्योंकि नाइट्रोजन के मॉलिक्यूल्स कंप्रेस्ड एयर की तुलना में बड़े होते हैं और यह टायर से जल्दी बाहर नहीं निकलते हैं.
रिम को भी मिलती है सुरक्षा
अब अधिकतर गाड़ियों में ट्यूबलेस टायर्स मिलने लगे हैं. साधारण हवा में नमी की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे रिम के अंदर जंग लगने लगता है. जबकि नाइट्रोजन हवा ठंडी होती है और उसमें नमी भी नहीं होती है, जिससे रिम में जंग लगने की संभावना कम हो जाती है. साथ ही टायर की लाइफ भी बढ़ जाती है.
नाइट्रोजन भरना थोड़ा महंगा
आमतौर पर टायरों में साधारण हवा भराने के लिए नॉर्मल कोई पैसा नहीं खर्च करना पड़ता है, इसे आप किसी भी फ्यूल स्टेशन पर मुफ्त में भरा सकते हैं, लेकिन नाइट्रोजन गैस भराने के लिए आपको कुछ पैसे जरूर खर्च करने पड़ते हैं और इसके लिए आम तौर पर 10 से 20 रुपये लिए जाते हैं.
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