Pre-Delivery Inspection Tips: नई गाड़ी खरीदते समय इन बातों का रखेंगे ध्यान, तो बच सकता है होने वाला नुकसान!
New Car Buying Tips: नयी गाड़ी की डिलीवरी लेते समय पीडीआई (Pre-Delivery Inspection) करना जरुरी होता है. ताकि बाद में किसी कमी के चलते डीलरशिप के चक्कर न काटने पड़ें.
PDI Tips for New Car: जब भी कोई नई गाड़ी खरीदने जाता है, तो गाड़ी खरीदने की खुशी में कुछ जरुरी बातें भूल जाता है जिसके लिए बाद में पछताना पड़ता है. इसलिए हम आपको कुछ बातें बताने जा रहे हैं. जिनका ध्यान रखकर आप कभी-कभार होने वाले इस तरह के नुकसान से बच सकते हैं.
क्विक बॉडी चेकअप- जब भी कोई गाड़ी खरीदें तब सबसे पहला काम उस गाड़ी के ऊपर चारों तरफ से एक नजर जरूर मार लें. ताकि अगर बॉडी पर किसी तरह का डेंट-पेंट या स्क्रैच का निशान हो तो उसे पकड़ सकें.
इंजन चेक करें- नई गाड़ी लेते समय बोनेट को खोलकर इंजन के आसपास चेक करें. कहीं किसी तरह की लीकेज, धुल मिटटी का जमा होना या कोई प्लास्टिक पाइप टूटा ना हो नई गाड़ी का इंजन एक डैम साफ़ सुथरा होना चाहिए.
एसी चेक करें- नई कार का एसी जरूर चेक करें, ताकि आप देख सकें ये सही से काम कर रहा है या नहीं.
चाबियां चैक कर लें- नई गाड़ी के साथ दो चाबियां मिलती है. बेहतर होगा कि आप दोनों चाबियों को अच्छे से चेक कर लें. कभी-कभी चाबी बदल जाती है जिसकी वजह से बाद में आपको डीलरशिप के चक्कर काटने पड़ सकते हैं.
पावर विंडो और ओआरवीएम चेक करें- अगर आपने ऐसा मॉडल चुना हैं, जिसमें पावर विंडो (लगभग सभी में आती हैं) और ओआरवीएम जैसे फीचर है. तब इसे कई बार चेक करें ताकि अगर इसमें कोई कमी हो तो पकड़ में आ जाये.
टायर्स और स्टेपनी चेक करें- ये काफी जरुरी है कि, आप नई गाड़ी के सभी टायर्स के साथ स्टेपनी भी चेक कर लें की ये गाड़ी में मौजूद है या नहीं.
लाइटिंग सिस्टम पर नजर डाल लें- गाड़ी की सभी लाइट्स जिसमें हेडलैंप्स, इंडिकेटर, हैजर्डस लाइट और रियर लैंप्स सही से काम कर रहें या नहीं.
ऑडियो सिस्टम चेक करें- अगर ऑडियो सिस्टम में गड़बड़ी हुई, तो लंबे सफर को मजा कम हो जायेगा. इसलिए ऑडियो सिस्टम को ठीक से चेक कर लें. कहीं ब्लूथ से कनेक्ट करने पर या साउंड बगैरह ठीक है या नहीं.
वाइपर ब्लेड्स चेक करें- इन्हें चेक करना भी जरुरी है. क्योंकि उत्पदान होने के बाद कार काफी समय तक धूप में खड़ी रहती है.
क्विक इंटीरियर चेकअप- एक बार इंटीरियर पर भी नजर मारना जरुरी होता है, ताकि अपहोल्स्ट्री में किसी तरह का डैमेज या निशान हो तो आपको दिख जाये.
ओडोमीटर को चेक करें- नई गाड़ी की डिलीवरी लेने से पहले इसकी रीडिंग भी जांच लें. गाड़ी 100 किमी से ज्यादा चली हुई नहीं होनी चाहिए.