Smart Driving Tips: न ट्रेनर की जरुरत, न किसी को साथ बिठाने की, परफेक्ट ड्राइविंग सीखने के लिए बस ये टिप्स ही काफी हैं!
कई बार ऐसा भी होता है कि घर में गाड़ी तो है, लेकिन ड्राइविंग 1-2 लोगों को ही आती है. इसलिए ज्यादा लोगों को ड्राइविंग आनी चाहिए ताकि नॉर्मली कहीं आते जाते वक्त भी अकेला व्यक्ति ड्राइविंग करने से बच सके.
Car Driving Learning Tips: हाल ही में देश और दुनिया ने कोरोना जैसी गंभीर आपदा का सामना कर के फिर से खड़ी हुई. जिसके बाद ऑटोमोबाइल सेक्टर गाड़ियों की तगड़ी डिमांड इस बात की तरफ इशारा करती है, कि अब गाड़ी एक शान-ओ-शौकत दिखाने की बजाय एक जरुरत बन चुकी है. पता नहीं कब कैसी मुसीबत आ जाये और इसकी जरुरत पड़ जाये. हम आगे कुछ बिलकुल आसान से टिप्स की जानकारी देने जा रहे हैं, अगर आप इन्हें धैर्य के साथ फॉलो करेंगे, तो खुद से ही एक अच्छा ड्राइवर बन सकते है.
गाड़ी के चारो और एक चक्कर लगाएं
अगर आपने ड्राइविंग सीखने के लिए कमर कस ली है, तो सबसे पहले इस बात का अंदाजा लगा लीजिये कि आप जिस कार को चलाने वाले हैं उसका साइज क्या है. इससे आप केबिन के अंदर बैठने के बाद चलाते समय इस बात का अंदाजा आसानी से लगा सकेंगे, कि सामने रास्ता आपकी कार निकलने के लिए पर्याप्त है या नहीं.
अपनी सीट और रियर व्यू मिरर सेट कर लें
आसान ड्राइविंग के लिए, आराम से बैठना काफी जरुरी होता है. इसलिए अपनी पोजीशन ऐसी बनायें कि आराम से बैठने के साथ साथ, आपके पैर क्लच, ब्रेक और एक्सीलेरेटर पर भी आसानी से पहुंच सकें. इसके बाद आप तीनों रियर व्यू मिरर यानि पीछे देखने वाले शीशों (एक केबिन में और दो खिड़कियों पर) को ठीक से सेट कर लें. ताकि आप आसानी से पीछे भी नजर रख सकें.
गियर, क्लच, ब्रेक और इंडिकेटर को समझ लें
किसी भी गाड़ी को चलने के लिए ये सबसे जरूरी फंक्शन हैं, जिनका आपको ड्राइविंग के समय यूज करना होता है. इसलिए सबसे पहले आप क्लच, गियर, ब्रेक की पहचान कर लें. ताकि गाड़ी चलाते वक्त आपको बार बार इनकी तरफ देखना न पड़े. वहीं दाएं-बाएं मुड़ने पर इंडिकेटर को कैसे यूज करना है, ये भी समझ लें.
कार स्टार्ट करें और चल पड़ें
इसके बढ़कर को हल्के सेल्फ के साथ स्टार्ट करें और आगे बढ़ने की कोशिश करें, शुरुआत में कार 2-4 बार बंद हो सकती है. लेकिन जैसे ही आप क्लच छोड़ने और एक्सीलेरेटर देने का अंदाजा समझ जायेंगे, आपकी कार आगे बढ़ जाएगी. इस पोरे प्रोसेस में एक बात याद रखने वाली है और वो ये कि आपको बिलकुल भी जल्दबाजी नहीं करनी है.
रेगुलर करें प्रैक्टिस
किसी भी चीज में परफेक्ट होने के लिए रेगुलर प्रैक्टिस की बहुत जरुरत होती है. रेगुलर प्रैक्टिस से आप ड्राइविंग की बारीकी समझ जाते हैं और एक पर्फेक्ट ड्राइवर बन जाते हैं.