How to care in Vehicle Engine: बाइक से लेकर कार और ट्रक तक सभी के इंजन में सिलेंडर का प्रयोग होता है. बाइक में एक ही सिलेंडर का प्रयोग किया जाता है. लेकिन कार में दो से लेकर चार तक और बड़े वाहनों जैसे ट्रक आदि में छ सिलेंडर तक का प्रयोग किया जाता है. गाड़ी के चलते रहने से कभी-कभी इसमें ब्लॉक और लीकेज की समस्या आने लगती है. जिससे आपकी परेशानी बढ़ सकती है और आप बीच रास्ते में अटक सकते हैं. लेकिन थोड़ी सी सावधानी और बचाव के साथ आप इससे बच सकते है. 


इसलिए होता है सिलेंडर ब्लॉक


दरअसल, किसी भी वाहन के इंजन में सिलेंडर और पिस्टन की संख्या बराबर होती है. क्योंकि पिस्टन सिलेंडर के अंदर का ही हिस्सा होता है, जो सिलेंडर के बीच में होता हैं. इसके नीचे क्रैंकशाफ्ट दिया जाता है. पिस्टन कनेक्टिंग रौड के जरिए, क्रैंकशाफ्ट के घूमने पर, पिस्टन सिलेंडर के अंदर ऊपर नीचे होता है. इससे हुये कंबशन की वजह से ही गाड़ी में पावर जेनरेट होती है और चालू हो जाती है. इंजन के अंदर होने की वजह से इसकी देखभाल करना संभव नहीं है. इसका पता तभी चलता है, जब इंजन ठीक से रिस्पोंस देना बंद कर देता है.


ऐसे रख सकते हैं सावधानी


आपकी कार के इंजन में इस तरह की परेशानी ना आए, इससे बचने के लिए आप कुछ सावधानिया बरत सकते हैं. इसके लिए वाहन की समय से सर्विस समय से कराना सबसे जरूरी है. अगर आप वाहन की सर्विसिंग समय से नहीं करवायेंगे, तो धीरे-धीरे इंजन में खराबी आने लगती है. वहीं, अगर आपकी कार काफी ज़्यादा चलती है, तो आपको बीच-बीच में इंजन ऑल और कूलेंट की जांच करते रहना चाहिए. ज़्यादा रनिंग होने की वजह से इंजन ऑयल और कूलेंट जल्द ही ख़राब होने लगता है. जिसे बदलने की ज़रूरत पड़ती है. ताकि इंजन ठीक से काम करता रहे.


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