Smog Reducing Tips: अगर आपके शहर में भी छाया है स्मॉग, तो इन बातों का ध्यान रखना है जरुरी
गाड़ी को चालू कर बार-बार एक्सेलेरेटर को देने से हवा में पॉल्यूशन की बढ़ोतरी होती है. जबकि नई टेक्नोलॉजी के साथ आने वाली गाड़ियों को वार्म-अप करने की जरुरत नहीं पड़ती.
Smog in Cities: भारत के ज्यादातर शहर अब प्रदूषण की चपेट में हैं, खासकर दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहर. आप जहां रहते हैं, अगर वहां भी स्मॉग की समस्या देखने को मिल रही है. तब ऐसी कंडीशन में आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिनके बारे में हम आपको आगे बताने जा रहे हैं.
कम यूज करें कार
हर जगह कार ले जाने की बजाय, थोड़ा पैदल चलें या बाइक यूज करें.
संभव हो तो बाइक पर भी शेयरिंग करें, अगर इसका यूज ऑफिस अदि के लिए डेली बेस पर कर रहे हैं.
अगर पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा है, तो उसका यूज करें.
अगर कार लेकर अकेले जा रहे हैं, तो कार पूलिंग करें.
राइड शेयरिंग सर्विस का यूज करें.
बार बार किसी काम के लिए जाने के बजाय, एक बार में काम निपटाने की कोशिश करें.
अगर संभव हो तो वर्क फ्रॉम होम करें.
स्मार्ट ड्राइविंग करें
ड्राइविंग में सावधानी बरतने से गाड़ी कम पॉल्यूशन उत्सर्जन करती है.
एक्सीलेरेटर और ब्रेक का यूज आराम से करें.
कार की समय से सर्विस आदि कराकर मेंटेन रखें.
कम पॉल्यूशन देने वाले फ्यूल का चुनाव करें
इलेक्ट्रिक कार, प्लग इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक कार, हाइड्रोजन फ्यूल सेल वाली कार जैसे ऑप्शन वाली कारों पर विचार करें.
बेवजह एक्सेलेरेटर का यूज न करें
कार, ट्रक, स्कूल बस आदि गाड़ियों को चालू कर बार-बार एक्सेलेरेटर को देने से हवा में पॉल्यूशन की बढ़ोतरी होती है. जबकि नई टेक्नोलॉजी के साथ आने वाली गाड़ियों को वार्म-अप करने की जरुरत नहीं पड़ती, इसलिए अपने व्हीकल को तब ऑन करें जब कहीं जाने के लिए पूरी तरह रेडी हो जाएं.
एक साथ मंगवाएं ऑनलाइन सामान
अगर आप ऑनलाइन सामान खरीदना पसंद करते हैं, तो कोशिश करें कि एक बार लिस्ट बना कर डिलीवरी वाले से एक बार में ही देने की रिक्वेस्ट करें.
फ्यूल बेस्ड मशीनों की बजाय इलेक्ट्रिक को बढ़ावा दें
कार और बाइक के अलावा भी कई ऐसे इक्विपमेंट होते हैं, जिसमें कई का यूज घर की लॉन खड़ी में घास काटने के लिए किया जाता है. इनसे भी पॉल्यूशन फैलता है, जिन्हें नई टेक्नोलॉजी से रिप्लेस करने की जरुरत है.
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