Ford Cars: क्या फोर्ड भारत से जाने के अपने प्लान पर फिर से विचार विमर्श कर रही है? क्योंकि चेन्नई प्लांट को लेकर फोर्ड और JSW ग्रुप के साथ जारी सौदेबाजी पर विराम लग गया है, जबकि अब ये अपने अंतिम चरण में थी. इसी के साथ कंपनी के भारत में रहने को लेकर अटकलें बी बढ़ गयीं.
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, कंपनी ने पहले महिंद्रा एंड महिंद्रा और हाल ही में चेन्नई फैक्ट्री की बिक्री के लिए ताइवानी इलेक्ट्रिक मैन्युफैक्चरर विनफास्ट के साथ बातचीत शुरू की थी. लेकिन अब लग रहा है, कंपनी भारत में रहने और मैन्युफैक्चरिंग को जारी रखने पर विचार कर रही है.
फोर्ड के अमेरिकी हेडक्वार्टर और जेएसडब्ल्यू के बीच चल रही सौदेबाजी की बात, अचानक उस समय रद्द हो गयी जब ये लगभग फाइनल होने के करीब थी. ये फोर्ड की तरफ से अचानक लिया गया फैसला है, जो कम्पनी के भारत में बने रहने के मकसद की तरफ इशारा करता है. जानकारी के मुताबिक, फोर्ड भारत अपने लिए भारत में फिर से कुछ लोगों को नौकरी देने की तलाश में है, लेकिन अभी इस पर कुछ भी साफतौर पर कहना मुश्किल है. कंपनी अभी विचाराधीन प्रक्रिया में है, जिस पर अभी रुख स्पष्ट नहीं है.
भारतीय बाजार में अपनी वापसी को लेकर फोर्ड का रवैया ढुलमुल है. हालांकि कंपनी ने बेहतर रेस्पोंस न मिलने के चलते 2 बिलियन डॉलर से ज्यादा के इन्वेस्टमेंट के बावजूद 2021 में बाजार से बाहर निकलने की घोषणा की थी.
हालांकि, बाद में इसने भारत में मैन्युफैक्चरिंग सेट-अप से बाहर निकलने का फैसला किया और कुछ इम्पोर्टेड, प्रीमियम मॉडलों के साथ केवल अपनी उपस्थिति को बचा के रखा. बाद में कंपनी ने गुजरात में अपना साणंद प्लांट टाटा मोटर्स को बेच दिया. जिसका अधिग्रहण इस साल की शुरुआत में पूरा कर लिया गया था.
लेकिन अब प्लांट को JSW ग्रुप को न बेचने के प्लान के साथ, जिसने हाल ही में चीन के SAIC और MG मोटर इंडिया के साथ एग्रीमेंट के बाद ऑटो सेक्टर में एंट्री किया है. जिससे ऐसा लग रहा है कि, कंपनी अपनी वापसी पर फिर से विचार कर रही है. वहीं जानकारी के मुताबिक, चेन्नई स्थित फोर्ड फैक्ट्री में कुछ हलचल हुई है और हाल ही में भारत में भी कुछ नियुक्तियां भी की गयी हैं.
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