Car Mileage on AC Use: आजकल सभी कारों में एयर कंडीशनिंग की फैसिलिटी दी जा रही है. वहीं गर्मी में कार के AC का इस्तेमाल और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है. बिना AC चलाए कार में सफर करना काफी मुश्किल भरा रहता है. वहीं कई लोग ज्यादा फ्यूल खर्च होने के डर से कार का AC चलाने से भी कतराते हैं. लोगों को डर लगता है कि AC को चलाने से और ज्यादा समय तक चलाने से काफी ज्यादा फ्यूल खर्च हो जाएगा.
कार का AC कैसे करता है काम?
कार का AC हीट एक्सचेंज के मैकेनिज्म पर काम करता है. कार के एयर कंडीशनर में कंप्रेसर, कंडेंसर, रिसीवर ड्रायर, इवैपोरेटर और एक्सपेंशन वॉल्व ये सभी एलीमेंट्स होते हैं. इन सभी पार्ट्स की मदद से ही कार का AC काम करता है.
कंप्रेसर पहले रेफ्रिगिरेंट को कंप्रेस करता है और इस गैस को लिक्विड स्टेट में कंवर्ट करता है. फिर से रेफ्रिगिरेंट कई प्रोसेस के माध्यम से कंडेंसर से होते हुए रिसीवर ड्रायर तक पहुंचता है और वहां इससे मॉइस्चर कंटेंट को निकाल लिया जाता है. इसके बाद कूल्ड लिक्विड रेफ्रिगिरेंट, एक्सपेंशन वॉल्व की तरफ जाता है, जो कि फ्लूड के प्रेशर को कम करता है और फिर इसे इवैपोरेटर में भेजता है.
इवैपोरेटर बाहरी वातावरण से हवा लेता है और फिर कूल्ड रेफ्रिगिरेंट लिक्विड इस गर्म हवा को ठंडी हवा में बदलकर बाहर भेजता है. पैसेंजर सीट्स के साइड में ही फैन लगे होते हैं, जिनसे वेंट्स के माध्यम से ठंडी हवा बाहर आती है.
AC के चलने से माइलेज पर असर
कार के AC के चलने से माइलेज पर कुछ हद तक असर पड़ता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि एयर कंडीशनर काम करने के लिए इंजन से पावर लेता है, जिससे इंजन पर दबाव पड़ता है और ज्यादा फ्यूल की खपत होती है. अगर आप कार के AC को इसकी मैक्सिमम पावर तक चलाते हैं, तो ये आपकी कार के माइलेज को करीब 30 फीसदी तक कम कर सकता है.
अगर आपकी कार का AC ऑन है और कार की फ्यूल कैपेसिटी के साथ आपकी कार 500 किलोमीटर की दूरी तय करती है, तो कार के AC के बंद होने पर उसी फ्यूल कैपेसिटी के साथ वो कार करीब 600 से 625 किलोमीटर की दूरी तय कर सकेगी.
ये भी पढ़ें
Maruti Suzuki: सस्ती कार हुईं अब और भी किफायती, इस कंपनी ने घटाए गाड़ियों के दाम
Car loan Information:
Calculate Car Loan EMI