आने वाले समय में टोल प्लाजा पर नहीं लगा करेंगी कतारें, जानें क्या है प्लानिंग; नितिन गडकरी ने किया खुलासा
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने संसद को बताया है कि सरकार जल्द ही जीपीएस आधारित टोल ट्रैकिंग सिस्टम लाएगी, जिसमें आम आदमी को टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने संसद को बताया है कि सरकार जल्द ही जीपीएस आधारित टोल ट्रैकिंग सिस्टम लाएगी, जिसमें आम आदमी को टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी. जीपीएस इमेजिंग से टोल काट लिया जाएगा. नितिन गडकरी ने बताया कि आने वाले दिनों में टोल प्लाजा नहीं लगेंगे, जिससे टोल लाइन खत्म हो जाएगी. वाहनों से टोल लेने के लिए जीपीएस आधारित ट्रैकिंग सिस्टम विकसित किया जा रहा है. इसमें जैसे ही आप किसी टोल प्लाजा को पार करते हैं, आपके बैंक खाते से टोल काट लिया जाएगा.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार देश में टोल प्लाजा को जीपीएस आधारित ट्रैकिंग टोल सिस्टम से बदलने के लिए एक नई नीति लाएगी. नई पॉलिसी लाने की तैयार कर रहे हैं. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने आम आदमी को टोल टैक्स में राहत देने की बात करते हुए कहा कि 60 किलोमीटर के दायरे में एक ही टोल प्लाजा होना चाहिए. इससे ज्यादा टोल होने पर 3 महीने के अंदर इन्हें बंद कर दिया जाएगा.
देश में चल रहे विकास कार्यों पर आगे बोलते हुए, नितिन गडकरी ने कहा, जम्मू-कश्मीर में 7,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम चल रहा है. लगभग 1000 लोग -8 डिग्री सेल्सियस में जोजिला सुरंग के अंदर काम कर रहे हैं. दिल्ली-अमृतसर-कटरा राजमार्ग पर काम चल रहा है. इस साल के अंत तक हम श्रीनगर से 20 घंटे में मुंबई पहुंच सकेंगे.
इसके अलावा उन्होंने बताया, हमने यह अनिवार्य कर दिया है कि 8 यात्रियों तक की प्रत्येक कार में 6 एयरबैग होने चाहिए. ऑटोमोबाइल उद्योग ने बढ़े हुए खर्चों की शिकायत की. लेकिन हम गरीब उपभोक्ताओं के जीवन की कीमत पर अमीरों को संरक्षण नहीं देंगे. बता दें कि इससे पहले सरकार कारों में दो एयरबैग को अनिवार्य कर चुकी है.
यह भी पढ़ें-
कभी भी रेड लाइट पार की है तो तुरंत ऐसे देखें कि चालान कटा या नहीं
पहाड़ों के ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर चलाने के लिए कैसी कारें होती हैं बेस्ट? यहां जानिए