भारत से नहीं जाएगी हार्ले डेविडसन, हीरो मोटोकॉर्प के साथ मिल कर बनाएगी मोटर साइकिल
हार्ले-डेविडसन ने भारत से अपना कारोबार समेटने के ऐलान के एक महीने बाद ही इसने हीरो मोटोकॉर्प से करार किया है.
हार्ले डेविडसन बाइक की अब भारत से विदाई नहीं होगी. भारत से अपना कारोबार समेटने के ऐलान के एक महीने बाद ही इसने हीरो मोटो.कॉर्प से करार करने का फैसला किया है. हीरो मोटो कॉर्प वॉल्यूम के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी बाइक मेकर कंपनी है. इस सप्ताह दोनों अपने गठबंधन का ऐलान कर सकते हैं. इकनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक इस सप्ताह की शुरुआत में दोनों डिस्ट्रीब्यूशन एग्रीमेंट का ऐलान कर सकते हैं.
पहले डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क मजबूत करेगी हार्ले
यह एग्रीमेंट शुरू में 300 से 500 सीसी मोटरसाइकिलों के लिए हो सकता है. पहले पांच से तीन साल के बीच इन मोटरसाइकिलों का डिस्ट्रीब्यूशन हो सकता है. इससे हीरो को बाइक के प्रीमियम मार्केट में एंट्री का मौका मिल जाएगा, जबकि हार्ले-डेविडसन को उस सेगमेंट में एंट्री का मौका मिल जाएगा, जिस पर इस वक्त रॉयल एनफील्ड का दबदबा है.
भारत को वर्ल्ड मार्केट के लिए प्रोडक्शन बेस बनाएगी हार्ले
खबरों में कहा गया है कि हार्वे डेविडसन के साथ हीरो को इस करार में गोल्डमैन सैक्स सलाह दे रहा है. यह पार्टनरशिप बजाज-ट्राइम्फ के जैसी ही होगी. हार्ले-डेविडसन और हीरो मिल कर प्लेटफॉर्म डेवलप करेंगे और भारत को वर्ल्ड मार्केट के लिए प्रोडक्शन बेस के तौर पर इस्तेमाल करेंगी. यह योजना हार्ले के 'हार्डवेयर प्लान' को भारत में आगे बढ़ाने में मदद करेगी. इस योजना से हार्ले डेविडसन 2025 तक भारत में मुनाफा कमाने वाली कंपनी बन सकती है.
भारत मिड साइज मोटरसाइकिल के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा बाजार है. हार्ले को हीरो के साथ करार की वजह से भारत के इस बड़े मार्केट में काफी कम लागत में अपना प्रोडक्ट तैयार करने में मदद मिलेगी. इधर, बजाज-ट्राइम्फ के करार के बाद उनकी मोटरसाइकिल 2022 तक बाजार में आ जाएगी. रॉयल एनफील्ड दो सिलेंडर वाली मोटरसाइकिल लाकर अपने वैल्यू चेन को बढ़ाएगी.
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