क्या आपको पता है कि भारत में अंतर्राष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस भी बनता है, जिससे आप विदेश में भी कार या बाइक ड्राइविंग का मजा ले सकते हैं. भारतीय सड़क परिवहन प्राधिकरण द्वारा एक अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया जाता है, ताकि डीएल धारक अन्य देशों में भी रफ्तार भर सकें. एक अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस आपके वर्तमान ड्राइविंग लाइसेंस के जैसा ही होता है, बस केवल लैंग्वेज चेंज रहती है. आइए, अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस के फायदे और उसे बनवाने का तरीका जानते हैं.


कैसे बनवाएं अंतरराष्ट्रीय डीएल
अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आप आरटीओ कार्यालय या आधिकारिक वेबसाइट दोनों पर आवेदन कर सकते हैं. बस आपको कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट्स की आवश्यकता होती है.


अंतरराष्ट्रीय डीएल के लिए जरूरी कागज



  • वर्तमान ड्राइविंग लाइसेंस की कॉपी.

  • पासपोर्ट और जिस देश की यात्रा कर रहे हैं, उसके वीजा की कॉपी.

  • अंतरराष्ट्रीय यात्रा के टिकट की कॉपी.

  • आयु प्रमाण और निवास प्रमाण पत्र की प्रति.

  • भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र और फोटो.

  • वैध चिकित्सा फिटनेस प्रमाण पत्र.


अंतर्राष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस के आवेदन के लिए आपको अपने क्षेत्रीय आरटीओ में जाना होगा. सभी दस्तावेजों की फोटोकॉपी के साथ फॉर्म को संलग्न कर, इसे जमा करना होगा. इसके बाद आपको शुल्क जमा करना होगा. यह प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों में है. आप इंटरनेशनल कंट्रोल ट्रैफिक एसोसिएशन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवश्यक फॉर्म डाउनलोड कर उसे भर सकते हैं.


अमेरिका में भी कर सकते हैं ड्राइविंग
आपको बता दें कि भारत का अंतर्राष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड समेत यूरोपीय उपमहाद्वीप के कई देशों में एक्सेप्ट किया जाता है. ऐसे में अगर आप इन देशों की यात्रा कर रहे हैं और चाहते हैं कि इन देशों में जाने के बाद आप खुद ड्राइविंग का मजा लें तो आपके लिए इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस बहुत काम का है.


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