How To Get Car Insurance On Low Premium: अगर आपके पास कोई कार है, जिसका आप इंश्योरेंस कराना चाह रहे हैं, तो इससे पहले आप इंश्योरेंस कराएं, आपको कुछ बातें जरूर जान लेनी चाहिए, जिसका फायदा आपको यह हो सकता है कि आप जब इंश्योरेंस लेंगे तो आपको उसका प्रीमियम कम पड़े. दरअसल, कुछ फैक्टर्स होते हैं, जो कार इंश्योरेंस के प्रीमियम पर असर डालते हैं. आज हम आपको इन्हीं कुछ फैक्टर्स के बारे में जानकारी देने वाले हैं.


कार की कीमत
इंश्योरेंस का प्रीमियम तय होने में सबसे बड़ा फैक्टर कार की कीमत का होता है. कार की कीमत जितनी ज्यादा होगी इंश्योरेंस का प्रीमियम उसी हिसाब से ज्यादा होगा. कंपनियां जब इंश्योरेंस पॉलिसी जारी करती हैं तो उसमें एक आईडीवी (Insured Declared Value) दी होती है, जो कंपनी की नजर में आपकी कार की कीमत होती है. आईडीवी जितनी ज्यादा होगी, आपकी कार का प्रीमियम उसी हिसाब से पॉलिसी देने वाली कंपनी बढ़ा देती है. यह कम होगी तो प्रीमियम कम हो जाता है.


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एक्सीडेंट और क्लेम
कार का एक्सीडेंट और क्लेम, यह भी आपकी कार के इंश्योरेंस के प्रीमियम पर बड़ा असर डालते हैं. अगर आपकी कार का पहले एक्सीडेंट हो चुका है और आपने पहले इंश्योरेंस कंपनी से उसका क्लेम लिया है तो अब जब आप फिर से इंश्योरेंस कराने जाएंगे तो आपको कार का इंश्योरेंस प्रीमियम ज्यादा महंगा पड़ेगा. लेकिन, अगर आपकी कार का कोई एक्सीडेंट नहीं हुआ है और आपने कोई क्लेम नहीं लिया है आपको कंपनियां नो क्लेम बोनस के तौर पर छूट भी देती हैं, जिससे इंश्योरेंस प्रीमियम कम हो जाता है.


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लोकेशन
इंश्योरेंस कंपनियां प्रीमियम का कैलकुलेशन करते समय यह भी देखती हैं कि आप बड़े शहरों के किसी घनी आबादी वाले इलाके में रहते हैं या किसी छोटे शहर में रहते हैं. दरअसल, कंपनियां छोटे शहरों में रहने वाले लोगों को बड़े शहरों में रहने वाले लोगों के मुकाबले कम प्रीमियम पर इंश्योरेंस देती हैं.


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